पटना (ब्यूरो)। पुलिस ने दौड़ लगाकर तीन चोरों को मौके पर ही पकड़ लिया। जबकि बाकी चार लोग वहां से फरार हो गए।

गोली कोहनी को टच करते निकली


एसएसपी राजीव मिश्रा के अनुसार गोली एसआई फुलन राम के हाथ की कोहनी को टच करते हुए निकली थी। उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। प्राथमिकी उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया है। हालांकि वे फिलहाल खतरे से बाहर हैं। वे अपनी ड्यूटी पर वापस लौट चुके हैं।

टीम को पुरस्कृत किया जायेगा


चोरों से सामना करने वाले पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा। एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पुलिस टीम और दारोगा फुलन राम ने बहुत ही बहादुरी से अपने कर्तव्य का पालन किया है। गोली लगने के बाद भी एसआई फुलन राम ने पांच सौ मीटर दौड़ लगाकर अपराधियों को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने अपने चोट की प्रवाह नहीं की। जिसकी वजह से तीन अपराधियों को पकडऩे में सफलता मिली है। बाकी के अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस छापेमारी कर रही है। उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जायेगा।

स्थानीय लोगों पर भी चलाई थी गोली


आरोपी जब टॉवर के अंदर बैटरी चोरी के लिए घूसे थे। तब इसकी भनक स्थानीय लोगों को लग गई थी। लोगों ने वहां पर इक्ट्ठा होकर इसका विरोध किया था। लेकिन चोरों ने स्थानीय लोगों की ओर फायर करके उन्हें डरा दिया था। जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस बीच अपराधी वहां से 33 की संख्या में टॉवर बैटरी चुरा कर उसे एक वाहन पर लोड करने की कोशिश में थे। लेकिन इसके पहले पुलिस वहां पर पहुंच गई।

पुलिस ने की जवाबी फायरिंग


पुलिस पदाधिकारी पहुँचे तो चोरी में सलिप्त आरोपियों द्वारा पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। जिसके जबाब में पुलिस द्वारा जबाबी फायरिंग की गई। पुलिस बल की कार्रवाई को हावी होते देख आरोपियों ने भागने का प्रयास किया। इसी फायरिंग के क्रम में बेउर थाना के पु.अ.नि। फुलन राम के दाहिने हाथ में गोली लग गई। परन्तु फुलन राम एवं उनके टीम के द्वारा साहस का परिचय देते हुए तीन आरोपियों को खदेरकर पकड़ लिया।

मास्टर माइंड नालंदा का, एक दशक से बैटरी चुरा रहा है


गिरफ्तार अपराधियों में संतोष कुमार वर्मा नालंदा का रहने वाला है। इसके अलावा रंजीत कुमार और रणधीर कुमार गौरीचक के रहने वाला है। संतोष के बारे में कहा जा रहा है कि वह इस पूरे मामले का मास्टर माइंड है। उस पर पहले से भी पांच से छह की संख्या में केस दर्ज हैं। वह पिछले एक दशक से बैटरी चुराने का काम कर रहा था। बैटरी चुराने के मामले में वह पहले जेल भी जा चुका है। वह पटना के रामकृष्ण नगर में किराये के मकान में रह रहा था।

33 बैटरी, एक पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद
पुलिस ने चोरों के पास से 33 टावर बैटरी, एक पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस के अलावा जो गोली चली थी, उसकी खोखा को भी बरामद किया है।

मेन्टेनेस के लोग हो सकते हैं शामिल


एसएसपी राजीव मिश्रा के अनुसार इस घटना में टावर मेंटेनेस के लोग भी शामिल हो सकते हैं। किस टावर से बैटरी चुराना है। इसका पूरा खाका मेंटेनेस के लोग ही बताते थे। पूछताछ में चोरों ने पुलिस को यह बताया है कि वे लोग बैटरी भी मेंटेनेस के लोगों के माध्यम से बेच दिया करते थे। यह लोग और किस-किस टावर से बैटरी चोरी की घटना को अंजाम दे चुके हैं, यह पुलिस पता लगा रही है।