पटना (ब्यूरो)। ख्रीस्त जयंती सभी मानव जातियों के लिए प्यार, क्षमा और भाईचारे का संदेश लेकर आती है। प्रभु यीशु मानव के रूप में इसलिए आए ताकि मनुष्यों को पाप के अंधकार से ईश्वर की अखंड ज्योति की ओर ले जाया जा सके। यह बातें सोमवार को पादरी की हवेली स्थित चर्च में पल्ली पुरोहित फादर प्रवीण लोवो ने कहीं। उन्होंने बताया कि एक लाख से अधिक लोगों ने ईसा मसीह की प्रतिमा के दर्शन कर झांकी देखी तथा शांति, प्रेम व भाइचारा के लिए प्रार्थना किया।


क्रिसमस की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए सहायक पल्ली पुरोहित फादर सुरेश खाका और सुप्रीयिर फादर प्रदीप सोंरग ने कहा कि यह पर्व प्रेम और शांति का प्रतीक है। रोशनी से जगमग पादरी की हवेली महागिरिजाघर व अन्य गिरिजा घरों में विशेष प्रार्थना हुई। सबने एक-दूसरे को प्रभु यीशु के जन्मदिन की बधाई दिया। पादरी की हवेली चर्च में अवतरित होते यीशु की झांकी देखने के लिये सुबह से शाम तक लोग आते-जाते रहे।


किशोर व किशोरियों में खासा उत्साह देखा गया। दिनभर चर्च के बाहर लगे मेले में चहल-पहल बनी रही। त्रिपोलिया अस्पताल, सुलतानगंज स्थित मरियम मंजिल व अन्य गिरिजाघरों में ईसा मसीह की प्रतिमा के दर्शन को लोग जुटे। फादर प्रवीण लोवो ने कहा कि ख्रीस्त जयंती ईश प्रेम में संसार के उद्धारकर्ता प्रभु यीशु को मानव रूप में अवतरित किया।
ख्रीस्त जयंती मनुष्यों के लिए ईश्वरीय प्रेम, आनंद व शांति का त्योहार है। ईश्वर ने संसार को और मानव जाति को उसके पापों की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए अपने प्रभु पुत्र प्रभु यीशु को इस संसार में भेजा। फादर ने कहा कि प्रभु यीशु ने इस संसार से केवल बटोरने के बजाये दूसरों के बीच बांटने की भी शिक्षा दी है। प्रभु ने तो अपना जीवन दूसरों के हित में दे दिया।

-जम कर कटे केक, उपहारों का लेनदेन हुआ
क्रिसमस को ले केक की दुकानों पर सुबह से ही भीड़ दिखी। जम कर लोगों ने केक काटा और प्रभु यीशु का जन्मदिन मनाया। मोमबत्ती की भी बिक्री खूब हुई। विभिन्न लोगों ने क्रिसमस के मौके पर बच्चों के बीच टाफी, केक तथा जरूरतमंदों के बीच कंबल बांटे। उपहारों का आदान-प्रदान होता रहा। ज्यों-ज्यों शाम ढलती गई पादरी की हवेली में रोशनी में नहाए महागिरिजाघर को देखने के लिये लोग जुटने लगे। इस दौरान दोपहर से अशोक राजपथ पर जाम की स्थिति बनी रही। खाजेकलां थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर पुलिस बल के साथ शाम छह बजे तक जाम छुड़ाने में जुटे रहे। महागिरिजाघर परिसर में महिला पुलिस मनचलों पर विशेष नजर रखी। परिसर में प्रवेश के लिए लोग धक्का-मुक्की करते दिखे। चर्च के कार्यक्रम में सिस्टर व ईसाई समुदाय के लोग उपस्थित रहे।