- हड़ताल की पूर्व संध्या पर पटना नगर निगम मुख्यालय से निकाला आक्रोश मार्च

- सातवां वेतनमान, आजीवन पारिवारिक पेंशन की सुविधा देने की भी मांग

PATNA : राज्यभर के नगर निकायों के 30 हजार सफाईकर्मी मंगलवार की सुबह से हड़ताल पर रहेंगे। कचरा संग्रह के लिए डोर टू डोर वाहन नहीं आएगा। गलियों से कचरा नहीं उठेगा। सड़कों पर झाड़ू नहीं लगेगी।

हड़ताल की पूर्व संध्या पर पटना नगर निगम मुख्यालय से आक्रोश मार्च निकाला गया। यह मार्च कोतवाली थाना, डाकबंगला, एक्जीविशन रोड चौराहा, पटना जंक्शन गोलंबर होते हुए बुद्ध स्मृति पार्क के गेट पर आकर आमसभा में तब्दील हो गया। हड़ताल में दैनिक कर्मियों के साथ आउटसोर्स कर्मचारी भी शामिल हुए।

मांग करें पूरी

आमसभा को संबोधित करते हुए बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जातीं तब तक हड़ताल वापस नहीं होगी। नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने अंतिम चरण में हड़ताल टालने का प्रयास किया। इसके पहले नगर विकास विभाग के साथ भी निगमकर्मियों की एक दौर की वार्ता हो चुकी है। इस दौरान अगली सशक्त स्थायी समिति की बैठक में मजदूरी में वृद्धि करने पर विचार करने का आश्वासन देते हुए हड़ताल स्थगित करने का अनुरोध किया गया था।

मुख्य मांगें

ग्रुप डी का पद वापस करे सरकार, समान कार्य के समान वेतन के तहत 18 हजार से 21 हजार तक मानदेय दिया जाए, सातवां वेतनमान, पेंशन, आजीवन पारिवारिक पेंशन की सुविधा देने, ग्रुप सी और डी के कर्मियों की नियुक्ति और स्थानांतरण का अधिकार स्थानीय निकाय को देने, आउटसोर्स पर नियुक्ति की प्रथा बंद करने, अनुकंपा की बहाली शुरू करने तथा सेवानिवृत्त कर्मियों के बकाया राशि का भुगतान कराना आदि शामिल है।