- चारों सर्किल के लिए बना अलग-अलग टास्क फोर्स
- एग्जीक्यूटिव से इंजीनियर और निगरानी पदाधिकारी तक के सामने टूटेगी बिल्डिंग
- कई बिल्डिंग के तोड़ने का जारी किया जाएगा आदेश
PATNA: अब तक अवैध कंस्ट्रक्शन तोड़ने के लिए नगर निगम स्पेशल टास्क फोर्स बनाता था। अब ऐसा नहीं होगा, नगर निगम कमिश्नर ने हर सर्किल के लिए अलग-अलग टास्क फोर्स का गठन किया है। हर सर्किल के एग्जीक्यूटिव सहित इंजीनियर की टीम पैनल बनाया गया है। जो निगम निगरानी कोर्ट सहित निगम से रिलेटेड अतिक्रमण हटाने के लिए जवाबदेह होगा, साथ ही इस टीम के साथ पुलिस बल की तैनाती को लेकर भी निगम कमिश्नर ने नगर विकास सेक्रेटरी और पटना डीएम को सूचना दी है। निगम कमिश्नर की मानें तो हर समय पुलिस बल के लिए लेटर लिखना और उसके बाद पुलिस बल की तैनाती में टाइम पर काम नहीं हो पाता है। अपनी टीम होने पर फौरन एक्शन लिया जाएगा। जिसे हर सर्किल के हिसाब से रिजर्व रखा जाएगा।
नाले की सफाई के लिए तैनात
नगर निगम की ओर से निगरानी जांच और नाले से अतिक्रमण हटाने की कवायद चल रही है। ऐसे में हर सर्किल के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर की टीम पुलिस बल व मजिस्ट्रेट की निगरानी में निगम काम का निष्पादन करेगा। ज्ञात हो कि निगम की ओर से अब तक सिर्फ एक बिल्डिंग को तोड़ा गया है। रेस्ट बिल्डिंग तोड़ने में निगम को सफलता नहीं मिली है। निगम कमिश्नर जय सिंह ने कहा कि इसके लिए डिप्टी कमिश्नर शीर्षत कपिल अशोक मॉनिटरिंग करेंगे।
इस तरह होगा काम
- निगरानी के आदेश के साथ ही बिल्डिंग ऑनर को दिया जाएगा नोटिस
- फ्0 दिन के अंदर अगर वो बिल्डिंग नहीं गिराता है तो निगम जाएगी
- सर्किल के एग्जीक्यूटिव, मजिस्ट्रेट, पुलिस बल, निगरानी पदाधिकारी ग्राउंड पर जाएंगे
- इनके सामने ही कंस्ट्रक्शन तोड़ा जाएगा, फिर सीनियर ऑफिसर को इसकी सूचना दी जाएगी