- दूसरे दिन भी एटीएस ने की जांच, पिछले 10 साल से मोबीन चला रहे थे मदरसा

- घटना के तीसरे दिन भी मदरसा कमेटी के सदस्य नहीं आए सामने

BANKA: मंगलवार को नवटोलिया स्थित नूरी मस्जिद, इस्लामपुर के पास मदरसे में हुए बम विस्फोट के मामले ने कई सवाल खड़े किए हैं। मदरसा बिना निबंधन के चल रहा था, इमाम के बक्से में एक लाख 65 हजार रुपये कहां से आए, जबकि उन्हें सरकार से मानदेय भी नहीं मिल रहा था। गांव के सदस्य फरार क्यों हैं? बिना किसी सरकारी सहायता के सब कुछ कैसे मैनेज किया जा रहा था? सरकारी सहायता लेने की कोशिश क्यों नहीं की गई? इधर, गुरुवार की रात एनआइए की टीम बांका पहुंची। टीम ने अब तक की जांच के बारे में जानकारी ली और थाने में दर्ज केस का मुआयना किया।

पटना से पहुंची एटीएस की टीम

इधर, मु। मोबीन के शव को दियारे में फेंककर जाने वाले वाहन की भी पहचान नहीं हो पाई है। उसका शव बाद स्वजन आकर ले गए थे। पटना से पहुंची आंतक निरोधी दस्ते (एटीएस) की टीम ने दूसरे दिन भी ध्वस्त मदरसे की जांच कर कुछ प्रदर्श इकठ्ठा किए हैं। टीम के सदस्यों ने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच जारी है।

20 साल से चल रहा था मदरसा

पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि मदरसा पूरी तरह से अवैध है। इसका कोई निबंधन नहीं है। साथ ही मदरसा रैयती जमीन पर बनाया गया था। मदरसा की जमीन मु। बुद्धन की थी। उसने वहां स्थानीय स्तर पर इसे तैयार किया था। मदरसा के तीनों सदस्य मु। फारुक, इदरीश व मु। अहमद अभी तक पुलिस के सामने नहीं आए हैं। यहां पिछले 20 साल से मदरसा चलाया जा रहा था और मु। मोबीन यहां करीब पिछले 10 साल से रह रहे थे।

नहीं हो पाई है बारूद की जांच

डीएम सुहर्ष भगत व एसपी अर¨वद कुमार गुप्ता ने बताया कि मदरसा चलाने में किन अन्य स्रोतों का उपयोग किया जाता था, यह अभी पता किया जा रहा है। अब तक की जांच से यह पता चला है कि यहां देसी बम का विस्फोट हुआ है, हालांकि बारूद की जांच अभी नहीं की गई है।

सिलेंडर विस्फोट होने की बात गलत

डीएम ने बताया कि मदरसा में कोई भी रसोईघर नहीं था। इस कारण सिलेंडर विस्फोट होने की बात सरासर गलत थी। इमाम को स्थानीय लोग ही खाना खिला रहे थे। फिलहाल आसपास के सभी पुरुष सदस्य फरार हैं। आसपास के पुरुष पुराने केस में भी वांछित हैं। यहां यह बता दें कि पिछले साल मई में बालू के अवैध खनन को लेकर दो गुटों के बीच बमबाजी हुई थी। इसमें मदरसा के आसपास के 17 लोग आरोपित थे। बड़ा सवाल यह है कि मदरसा में बम विस्फोट की घटना के बाद गांव से 35 से अधिक लोग क्यों फरार हैं? पुलिस इस पहलू पर भी नजर रखी है।

मलबे से 1.65 लाख रुपए बरामद

इधर, मलबे में दबे एक बक्से से पुलिस ने एक लाख 65 हजार रुपये बरामद कर इमाम के स्वजनों को सौंपे। यहां सवाल यह उठता है कि मु। मोबीन के पास इतने रुपये कहां से आए? पुलिस का कहना है कि मोबीन के तीन बच्चों में से एक उनकी बेटी दिल की मरीज है। हो सकता है कि मोबीन ने ये रुपये उसी के इलाज के लिए रखे हों।