पटना ब्यूरो। अशोक राजपथ के सैटेलाइट से अध्ययन पर हरियाली नहीं दिखते। यह पाटलिपुत्रा का विरासत है। यहां ग्रीनरिज को विकसित कर प्राचीनता को जोड़ने की व्यवस्था होनी चाहिए। यहां एतिहासिक चीजों को विकसित कर लोगों से इससे कनेक्ट करने की जरूरत है। यह बातें इटली के यूनिवर्सिटी आफ नोट्रेडेम के प्रो। इट्रोरे एम मज्जोला ने कहीं। वह शनिवार को ज्ञान भवन में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) पटना व इंडियन इंस्टीट्यूट आफ आर्किटेक्ट्स बिहार की ओर से आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन काे संबोधित कर रहे थे। &जलवायु परिवर्तन, सांस्कृतिक विरासत, और संधारणीय पर्यावास&य विषयक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यहां गंगा प्राकृतिक का दिया हुआ उपहार है। इससे जुड़ाव की व्यवस्था जगह-जगह पर अशोकराजपथ से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां के प्रदूषण को कम करने को लेकर रिवर फ्रंट एरिया में हरियाली को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। इससे यहां धूल व सीओटू को कम करने में मदद मिलेगी। अध्यक्षता करते हुए एनआइटी निदेशक प्रो। पीके जैन ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर गमला वाला हरियाली नहीं, अपितु पौधारोपण के प्रति रूझान बढ़ाना होगा। विश्व मौसम संगठन के महासचिव प्रो। सेलेस्टे साउलो हर सोसायटी को आपदा प्रबंधन की व्यवस्था होना चाहिए। भवन निर्माण में हरियाली की भी अहम भूमिका होती है। आयोजन समिति के अध्यक्ष डा। कामिनी सिन्हा और सचिव डा। शैलेंद्र कुमार मंडल, सह संयोजक वास्तुकार श्याम प्रसाद, वास्तुकार आशीष कुमार ने सितंबर 2024 में बाकू, अजरबैजान में होने वाले कार्यक्रम को लेकर जानकारी दी।

लैंड पुल विधि से एरिया विकसित करें सरकार

सिक्किम के मुख्य शहरी प्लानर नवीन राय ने कहा कि पुराने शहर की परेशानी है, यहां विकास एक सिलसिलेवार प्लानिंग के अनुसार नहीं हुआ है। इसके कारण अव्यवस्था बढ़ा है। ग्रामीण से शहरी क्षेत्र में माइग्रेशन भी बढ़ा है। यहां लैंड पुल विधि या अधिग्रहण विधि से एरिया का विकास करना चाहिए। हर इलाके में ओपेन स्पेस में विकास की जरूरत है। रिवर फ्रंट एरिया में ग्रीनरिज को बढ़ावा मिलना चाहिए। एनआइटी के डा। अजय कुमार व डा। एसके मंडल ने कहा कि राजधानी में फ्लाइओवर लगातार बढ़ रहे है। इसके नीचे पार्किंग व दुकानें सज रही है। यह खतरनाक है। फ्लाईओवर के नीचे स्थाई हरियाली को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। यह प्रदूषण लेवल को काफी कम करेगा।

छात्र बनाएंगे कैसे विकसित होता अशोक राजपथ
इटली के यूनिवर्सिटी आफ नोट्रेडेम के प्रो। इट्रोरे एम मज्जोला ने एनआइटी के आर्किटेक्चर विभाग के छात्रों के वर्कशाप में टास्क दिया कि अशोक राजपथ को कैसे डेवपल किया जाए। इसके लिए सभी को 22 फरवरी तक का समय दिया गया है। इसमें ग्रीनरिज व बेहतर आवागमन को लेकर अपने विचार साझां करेंगे।