-पानी के अंदर 2.5 मीटर तक साफ होगी गंगा

PATNA : गंगा को निर्मल बनाने के लिए नमामि गंगे और पटना नगर निगम की ओर से फिर से पहल की जा रही है। कार्तिक पूर्णिमा के बाद गंगा घाटों पर फैली गंदगी और गंगा में कचरे को साफ करने के लिए न सिर्फ घाट किनारे सफाई की जा रही है। बल्कि स्कीमर से गंगा के अंदर से भी कचरा निकाला जा रहा है। ये कचरा कुछ दिनों के लिए नहीं निकलेगा बल्कि रोज निकाला जाएगा। गंगा से कचरे को निकालने के लिए स्कीमर लगाया गया है जो हमेशा नदी की सफाई में घुमेगा। पानी के अंदर 2.5 मीटर तक गंगा की सफाई हो सकेगी।

काली घाट से गांधी घाट तक सफाई

गंगा को निर्मल बनाने के लिए ये ट्रैस स्कीमर पटना के काली घाट से गांधी घाट (एनआईटी) तक घूमेगा। स्कीमर से कलेक्ट कचरे को घाट पर रखा जाएगा, घाट से ये कचरा हाइवा से डंपिंग यार्ड तक पहुंचाया जाएगा। घाटों को जहां सफाईकर्मी स्वच्छ बनाए रखेंगे वहीं स्कीमर चलाने के लिए अलग से कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं।

घाट पर नहीं दिखेगी गंदगी

स्कीमर से कचरा कलेक्शन के बाद निगम की जिम्मेदारी होगी कि उस कचरे को डंपिंग यार्ड तक पहुंचाए। दिन में 5 से 6 हाइवा कचरा गंगा से निकाला जा रहा है। निगम के कार्यपालक अभियंता सुशील मिश्रा बताते हैं कि जैसे ही घाट पर कचरा जमा होगा वैसे ही निगम की गाडि़यां उसे हटा देगी। इस तरह घाट किनारे गंदगी नजर नहीं आएगी।

पूजा के बाद कचरे का अंबार

पटना के गंगा घाटों पर पूर्णिमा, चैती और कार्तिक छठ, मूर्ति विसर्जन आदि के साथ छोटे-मोटे पर्व-त्योहारों में भी लोग घाटों पर गंदगी फैलाते हैं। साथ ही आसपास के इलाकों से भी बह कर गंगा में काफी कचरा आता है जिसे ये स्कीमर आगे बढ़ने से रोकेगा। ये स्कीमर सिर्फ कुछ हफ्ते और महीनों के लिए नहीं चलेगा बल्कि जुलाई (बरसात आने के पहले तक) गंगा की लगातार सफाई की जाएगी।

नमामि गंगे का काम ही है गंगा को स्वच्छ रखना। मशीन का काम देखते हुए इसकी जरूरत होगी तो और ऑर्डर दिया जाएगा। निगम और अन्य विभाग से ऑर्डर आने पर हम कंपनी से संपर्क करेंगे।

-वंदना जयसवाल, कॉर्डिनेटर, नमामि गंगे