- हाजीपुर सदर प्रखंड के विशुनपुर बसंत छठ पोखर टोला वार्ड नंबर दो के निवासी हैं प्रमोद

- मालती देवी और रामा भगत का पुत्र प्रमोद भुवनेश्वर में स्वास्थ्य विभाग में हैं कार्यरत

HAZIPUR: टोक्यो में चल रहे पैरा¨लपिक में हाजीपुर के लाल प्रमोद भगत पदक की दौड़ में ब्राजील के खिलाडि़यों से भिड़ रहे हैं। बैड¨मटन स्पर्धा में उनके पदक हासिल करने के लिए यहां के लोग दुआ कर रहे हैं। वैशाली वासियों को उम्मीद है कि प्रमोद उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते हुए देश के लिए पदक हासिल करने में जरूर कामयाब होंगे। हाजीपुर सदर प्रखंड के विशुनपुर बसंत छठ पोखर टोला वार्ड नंबर दो निवासी प्रमोद भगत राष्ट्रीय बैड¨मटन टीम में शामिल हैं और पदक की दौड़ में ब्राजील टीम के साथ खेल रहे हैं। उनके गांव में खुशियों की लहर है और सभी उनकी जीत की कामना कर रहे हैं।

मिल चुका है अर्जुन अवार्ड

मालती देवी और रामा भगत के 28 वर्षीय पुत्र प्रमोद भगत फिलहाल भुवनेश्वर में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं। प्रमोद के बड़े भाई गांव में बिजली मिस्त्री का काम करते हैं। छोटे भाई शेखर भुवनेश्वर में इलेक्ट्रिकल की दुकान चलाते हैं। दिव्यांग होने के बावजूद प्रमोद की खेल में रुचि ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है। इसके पहले 2006 में उनका चयन उड़ीसा टीम में हुआ था। वहीं 2019 में उनका चयन राष्ट्रीय टीम में हुआ था। प्रमोद को ओडिशा सरकार की ओर से अर्जुन अवार्ड और बीजू पटनायक अवार्ड मिल चुका है।

पिता गांव में करते हैं खेती

प्रमोद के पिता गांव पर रहकर खेती करते हैं। पिता रामा भगत बताते हैं कि बचपन से ही उसकी खेल में रुचि थी। बहन किशुनी देवी और बहनोई कैलाश भगत को कोई संतान नहीं है। उन्होंने प्रमोद को गोद लेकर उसे अपने साथ भुवनेश्वर में रखे। वहीं उसकी शिक्षा-दीक्षा हुई। इंटर के बाद उसने आइटीआइ किया है।