-बैठक में 11 प्रस्ताव मंजूर, कोरोना पेशेंट की सेवा में लगे स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बड़ा फैसला

- कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी दी जाएगी आज

PATNA: कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने स्वास्थ्य कर्मियों, डॉक्टरों के हक में बड़ा फैसला किया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला हुआ कि यदि कोविड के इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मी, डॉक्टर की संक्रमण से मौत होती है, तो उनके स्वजनों को विशेष पारिवारिक पेंशन दी जाएगी। इसके अलावा परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी का भी लाभ दिया जाएगा। मंत्रिमंडल सचिवालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में कुल 11 प्रस्ताव स्वीकृत किए गए।

आज दी जाएगी पूरी जानकारी

कैबिनेट के बैठक समाप्त होने के ऐन पहले सरकार को मुख्य सचिव अरुण कुमार के निधन की जानकारी प्राप्त हुई। जिसके बाद बैठक में मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों ने एक मिनट का मौन रखा और अरुण कुमार को श्रद्धांजलि दी। बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी शनिवार को दी जाएगी।

एक फैसले को अवधि विस्तार

दूसरी ओर सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने बीते वर्ष लिए गए अपने एक फैसले को अवधि विस्तार दिया है। बीते वर्ष कोरोना के मामले सामने आने के बाद सरकार ने इसके इलाज में लगे स्वास्थ्य कर्मियों और डॉक्टरों का मनोबल ऊंचा रखने के इरादे ये फैसला लिया था कि यदि संक्रमित की सेवा के दौरान डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी की मौत होती है तो उनके स्वजनों को संबधित डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी के वेतन के समतुल्य उनके सेवाकाल का पूरा भुगतान दिया जाएगा। इस भुगतान का नाम विशेष पारिवारिक पेंशन दिया गया था। सूत्रों ने बताया कि सरकार ने अपने उक्त फैसले को कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए अवधि विस्तार दिया है।

बढ़ेगा मनोबल : सुशील मोदी

भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार के फैसलों की सराहना करते हुए कहा कि इससे कोरोना को हराने के लिए मनोबल मिलेगा। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार पहला राज्य है, जिसने 2020 में कोरोना संक्रमण के समय स्वास्थ्यकíमयों को एक माह का अतिरिक्त वेतन दिया और सेवा के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत्यु होने पर पारिवारिक पेंशन देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि अब कोरोना से मृत्यु पर सभी सरकारी कर्मचारियों को पारिवारिक पेंशन और एक आश्रित को नौकरी देने का फैसला कर सरकार ने लाखों कर्मचारियों को बड़ा मानसिक संबल प्रदान किया है।