क्कन्ञ्जहृन् (5 स्द्गश्चह्ल): अब थानेदारों का रिपोर्ट कार्ड महिला अपराध पर अंकुश लगाने और निरोधात्मक कार्रवाई से तय किया जाएगा। मामूली जमानती धाराओं के बाद भी थानेदारों को मनचलों पर सख्ती दिखाते हुए महिलाओं के अंदर से भय खत्म करना होगा। सोमवार को महिला सुरक्षा अभियान के तहत नया प्लान तैयार किया गया है जिसके लिए डीआईजी ने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिया है। सप्ताह में थानेदारों की समीक्षा करने के साथ उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार करने को कहा गया है। एसपी डीआईजी को रिपोर्ट करेंगे कि किस थाना क्षेत्र में कहां कितना अपराध है और अनुसंधान कर्ता ने क्या कार्रवाई की है।

- चार दिनों में कई 100 गिरफ्तार

महिला सुरक्षा को लेकर डीआईजी पटना के अभियान में पुलिस का प्लान काम आ रहा है। पुलिस ने 20 दिनों में जो काम नहीं किया वह चार दिनों में कर दिखाया है। चार दिनों में 100 से अधिक लोगों को अरेस्ट किया गया है और 12 से अधिक केस दर्ज किए गए हैं। छात्राएं और महिलाएं जागरुक होकर आगे आ रही हैं साथ ही साथ थानों पर हर शिकायत पर कार्रवाई की जा रही है।

- एक नजर 25 दिन की कार्रवाई पर

- केस दर्ज - 52

- अश्लील गाना बजाने वाले वाहनों पर कार्रवाई - 183

- छेड़खानी में गिरफ्तारी - 346

- सामान्य धाराओं पर एसपी का नहीं होता ध्यान

छेड़खानी की धाराएं सामान्य होती है और अमूमन एसपी को जानकारी नहीं हो पाती है। पुलिस थाना से पीडि़तों को लौटा देती है और इससे भी अफसर अनजान रह जाते हैं। ऐसे में डीआईजी पटना ने विशेष पहल की है। उन्होंने ऐसे अपराधों में कार्रवाई से थानेदारों का रिपोर्ट कार्ड तय कर दिया है। अब एसपी छेड़खानी के मामलों की समीक्षा करेंगे और इसकी रिपोर्ट तैयार करेंगे। वह पुलिस अफसरों को बताएंगे कि किस थाना क्षेत्र में कितनी छेड़खानी की घटनाएं हुई और किस थानेदार ने क्या कार्रवाई की। इसके अलावा थानावार पुलिस ने कितनी निरोधात्मक कार्रवाई की।

पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है जिसमें एसपी को थानावार समीक्षा का निर्देश दिया गया है। अभियान का बड़ा असर दिखा है चार दिनों में कई बड़ी कार्रवाई हुई है। छात्राएं जागरुक हुई हैं और थानेदार भी मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।

- शालिन, डीआईजी पटना