-नर्सो ने सुपरिंटेंडेंट ऑफिस का किया घेराव

-आज काला बिल्ला लगाकर नर्से करेंगी कार्य का बहिष्कार

PATNA: शुक्रवार को नर्सो की स्ट्राइक का क्म्वां दिन भी बीत गया। नर्सो ने सुपरिंटेंडेंट ऑफिस का घेराव कर जमकर नारेाबाजी की। नर्से एडमिनिस्ट्रेशन के प्रति आक्रोशित हैं, लेकिन कोई उनकी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं है। शनिवार को काला बिल्ला लगाकर नर्से कार्य का बहिष्कार करेंगी। बिहार कांट्रेक्ट नर्सेस एसोसिएशन की महासचिव प्रमिला कुमारी ने बताया कि चिकित्सा कर्मियों से लगातार सपोर्ट मिल रहा है लेकिन अभी तक एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से किसी ने संपर्क नहीं किया है।

नंबर की खेल का मतलब क्या?

जी हां, नंबर की खेल में सबका खेल बिगड़ रहा है। नर्सो की नियुक्ति का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। बिहार राज्य चिकित्सा एवं जन स्वास्थ संघ के महामंत्री विश्वनाथ सिंह ने आई नेक्स्ट से बात करते हुए आयोग से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा कि कुल क्00 मा‌र्क्स का एक्जाम लिया गया है। इसमें मात्र क्भ् मा‌र्क्स इंटरव्यू का है। लेकिन मात्र इंटरव्यू के क्भ् मा‌र्क्स को ही सलेक्शन का आधार बनाया जा रहा है। जबकि इसमें पंाच मा‌र्क्स अपीयर होने पर ही देने का नियम है और एक्सपीरिएंस और डिग्री का भी मा‌र्क्स है।

सेवा शर्त तय करने का अधिकार नहीं

महामंत्री विश्वनाथ सिंह ने कहा कि आयोग को नर्सो की सेवा शर्त तय करने का अधिकार नहीं है। यह तो हेल्थ डिपार्टमेंट ही तय करेगा। यही वजह है कि इंटरव्यू के बहाने एक्सपीरिएंस्ड नर्सो का रिजल्ट नहीं निकाला गया है। यही नहीं रिजर्व सीट पर भी नियुक्ति के लिए कोई रूल-रेग्यूलेशन को फॉलो नहीं किया गया है।