पटना (ब्यूरो)। राजधानी में पटना में एक बार फिर लड़कियों के साथ छेडख़ानी का मामला प्रकाश में आया है। दबंग लड़कों ने जहां पहले छात्राओं से बदसलूकी की और विरोध करने पर उनका मोबाइल तक छीन कर ले भागे। पीडि़तों की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। मामले की छानबीन की जा रही है। घटना मनेर में एक मेडिकल इंस्टीट्यूट की नर्सिंग छात्राओं के साथ घटी है। नर्सिंग की छात्राओं की बस को रोककर दबंगों ने छेडख़ानी की। विरोध करने पर पीटा और मोबाइल छीन लिए। कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि डर से शुक्रवार को इंस्टीट्यूट की 80 प्रतिशत छात्राएं नहीं आईं। घटना गुरुवार की है। छेडख़ानी और मारपीट का आरोप स्थानीय दबंग युवकों पर लगा है। घटना को लेकर मनेर थाना में मामला दर्ज कराया गया। मनेर थाने की पुलिस ने बताया कि इस घटना को लेकर स्थानीय लोग और इंस्टीट्यूट प्रशासन की तरफ से अलग-अलग मामले दर्ज कराए गए हैं।

बस रोककर की मारपीट, दुपट्टा खींचा

छेडख़ानी की घटना छितनावां गांव में आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन की नर्सिंग छात्राओं के साथ हुई। बताया गया है कि कॉलेज से लौटने के क्रम में 10-15 युवकों ने जमकर मारपीट और बदतमीजी की। इसका विरोध करने पर कुछ मनचले युवकों ने छात्राओं के मोबाइल और पर्स छीन लिए। इतना ही नहीं युवकों ने उनके दुपट्टे भी खींचे। घटना के बाद सभी छात्राओं ने इसकी सूचना इंस्टीट्यूट प्रशासन को दी।

15 पर एफआईआर

सूचना मिलने के बाद इंस्टीट्यूट प्रशासन ने इसकी लिखित शिकायत मनेर थाने में की है। इस मामले में इंस्टीट्यूट प्रशासन ने करीब 15 लोगों को नामजद किया है। आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ एजुकेशन के प्रबंध निदेशक कौशल कुमार गिरी ने बताया कि गुरुवार को जब छात्राएं बस से अपने घर लौट रही थीं, तभी कुछ युवकों ने बस रोककर उनसे छेड़छाड़ की। लड़कियों को पीटा गया, धमकाया गया। उनके मोबाइल छीन लिए। इसके बाद डरी सहमी छात्राओं ने इसकी सूचना इंस्टीट्यूट प्रशासन को दी। इस मामले को लेकर मनेर थाना प्रभारी राजीव रंजन ने बताया कि स्थानीय लोगों और इंस्टीट्यूट प्रशासन की तरफ से प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है।