पटना (ब्यूरो)। पीएमसीएच के हड्डी रोग विभाग में दर्द, सूजन की समस्या लेकर पहुंचने वाले मरीजों को जो तीन दवाएं लिखी जा रही हैं, उनमें से सिर्फ कैल्शियम ही अस्पताल में मिल रही है। मांसपेशियों में दर्द व सूजन के लिए इस्तेमाल होने वाली एसक्लोफेनेक एमआर और नसों की कमजोरी, सुन्नता व मांसपेशियों में समन्वय की कमी के लिए प्रयोग होने वाली टिजाइनीडिन टैबलेट रोगियों को बाहर से लेनी पड़ रही है। सोमवार को ओपीडी में आए बख्तियारपुर के योगी कुमार और मुसल्लहपुर हाट के सुरेंद्र ने बताया कि करीब आधे घंटे दवा काउंटर के बाहर कतार में लगे रहे हैं और जब नंबर आया तो कैल्शियम दवा देकर अन्य दवाएं बाहर से लेने को कह पर्चा वापस कर दिया।

चर्म रोग की दवाएं हैं पर ठीक नहीं हो रहे मरीज

पटनासिटी से आईं रजिया ने बताया कि वे लंबे समय से पीएमसीएच के चर्म रोग विभाग में इलाज करा रही हैं। यहां मिलने वालीं माइकोनाजोल, कोट्रिसोनोजाल समेत सभी क्रीम के साथ फ्यूसिडिक एसिड टैबलेट तक खा चुकी हैं पर कोई आराम नहीं हुआ। डाक्टर साहब से शिकायत की तो उन्होंने कहा कि अब ये दवाएं काम नहीं करेंगी और जिनसे ठीक होंगी, वे दवाएं यहां नहीं मिलती हैं। पिछली बार 2,200 रुपये से अधिक की दवाएं बाजार से खरीदी थीं, इस बार कितने की आएंगी अभी पता नहीं। वहीं, इस बारे में पूछने पर डाक्टरों ने कहा कि अस्पताल में अभी वे दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिनके खिलाफ शरीर में प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है। ऐसे में नई आवश्यक दवा सूची में बदलाव के सुझाव दिए गए थे, जब वे दवाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी तो मरीज अस्पताल की दवा से भी ठीक होंगेणइ