- पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल से विधिवत सभी जिलों के लिए बसों का परिचालन शुरू

- असुविधा से नाराज बस संचालकों ने की हड़ताल

PATNA : बैरिया स्थित नवनिर्मित पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल पर शनिवार सुबह से ही बस संचालकों में आक्रोश दिख रहा था। आक्रोश 9 बजते-बजते हड़ताल में बदल गया। इस हड़ताल के कारण यात्री से लेकर राहगीर तक परेशान हुए। इस वजह से इलाके में जाम लग गया था। प्रशासन को काफी देर तक समस्या के समाधान के लिए मशक्कत करनी पड़ी। आखिर क्यों हुआ हड़ताल और क्यों है बस संचालकों में आक्रोश, इसके लिए हमें आज से कुछ दिन पहले जाना होगा। पढि़ए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट में मीठापुर से पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल का विस्तृत रिपोर्ट

- सुनवाई से पहले ही शिफ्ट हो गया बस स्टैंड

एक तरफ शहर के लोगों को सुविधा देने की बात तो दूसरी तरफ उसी सुविधा के लिए परेशानी ही परेशानी। कुछ यही हाल है नए बने पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल का। इस बस टर्मिनल पर यात्री से लेकर बस स्टाफ तक के लिए तमाम तरह की सुविधा देने का दावा किया गया था। सुविधाएं अभी पूरी तरह नहीं मिली थीं, लेकिन डेड लाइन बनाकर परिशासन की ओर से कुछ जगहों के लिए 15 जून से बसों का परिचालन शुरू करवा दिया गया। उसी समय बस संचालक और यात्रियों ने सुविधाएं दुरूस्त नहीं होने की शिकायत की थी। जिसके बाद संबंधित विभाग और अधिकारियों के तरफ से कहा गया था अगले कुछ दिनों में सुविधाएं चाक चौबंद हो जाींगी, लेकिन स्थिति में कुछ खास सुधार नहीं हुआ। इस बीच प्रशासन की सख्ती के कारण कुछ जिलों के बस संचालक वहां से बस चला रहे थे। यात्रियों को रात के समय बस पकड़ने में दिक्कत हो रही थी। बस टर्मिनल पर हो रही असुविधाओं को लेकर शिकायत बस संचालकों ने हाई कोर्ट में की थी। 2 अगस्त को सुनवाई की डेट निर्धारित थी। इस बीच 31 जुलाई से प्रशासन की सख्ती बढ़ी और बस संचालकों को बैरिया से ही बसों का संचालन करने का सख्त निर्देश दिया गया। असुविधाओं से जूझते यात्री और बस संचालकों में रोष बढ़ गया। यात्री तो मजबूरी में अधिक पैसा देकर जैसे तैसे परेशानी झेलने को मजबूर दिखे, लेकिन बस संचालकों के भीतर आक्रोश बढ़ा और शनिवार सुबह 9 बजे के बाद अधिकांश बस संचालकों ने हड़ताल कर दिया।

- घर पहुंचने से ज्यादा बस स्टैंड पहुंचने में लग रहा किराया

मीठापुर बस स्टैंड को पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल में शिफ्ट करने के बाद यात्रियों को ऑटो फेयर बस फेयर से डबल लग रहा है। राजीव नगर से हाजीपुर जाने वाले यात्री चंदन कुमार ने बताया कि हाजीपुर जाने के लिए बस का किराया 40 रुपए है। जबकि राजीव नगर से बैरिया पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल तक पहुंचने के लिए तीन जगह ऑटो चेंज करना पड़ता है जिसमें प्रति सवारी 80 रुपए खर्च हो रहा है। बस स्टैंड शिफ्ट होने की वजह से घर पहुंचना अत्याधिक महंगा हो गया है।

- ऑटो वालों ने वसूला मनमान किराया

शनिवार को मीठापुर से बैरिया बस टर्मिनल शिफ्ट होने की घोषणा होते ही ऑटो चालकों ने किराया में 10 रुपए की बढ़ोतरी कर दी। मीठापुर से बैरिया जाने वाले एक पैसेंजर ने बताया कि मीठापुर से बैरिया बस टर्मिनल के लिए सरकार की ओर से ऑटो किराया 20 रुपए निर्धारित की है। जबकि ऑटो वाले 30 रुपए प्रति सवारी के हिसाब से वसूल रहे हैं। वहीं बैरिया से पटना जंक्शन के लिए 30 रुपए निर्धारित है जबकि ऑटो चालक 40 रुपए किराया वसूल रहे हैं।

- ऑटो से गए आरा

बस संचालकों की हड़ताल की वजह से मीठापुर आने वाले यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। यात्री मीठापुर से पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल फिर वहां से मीठापुर आते जाते रहे। आरा जाने वाले यात्री संतोष राय ने बताया कि दोनो बस स्टकंड में कहीं भी आरा जाने के लिए बस नहीं मिली। ऐसे में मीठापुर लौटने के बाद ऑटो चालक से बात कर प्रति सवारी 200 रुपए के हिसाब से देकर ऑटो से ही जाने का मन बना लिए हैं।

- दूरी की वजह से पैसेंजर्स नहीं

बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के प्रमंडलीय अध्यक्ष चंदन सिंह ने बताया कि पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल पर अभी बस चालकों के लिए न तो ठहरने की कोई व्यवस्था है न ही सुरक्षा की। ऐसे में प्रशासन के द्वारा जबरन बस स्टैंड को शिफ्ट करना निंदनीय है। उन्होंने ये भी बताया कि कोरोना वायरस की वजह से बस संचालक पहले से ही परेशान हैं। ऐसे में शहर से दूर बस स्टैंड को शिफ्ट करने से पैसेंजर्स की कमी होगी। कम पैसेंजर्स के साथ बस का संचालन करना बहुत कठिन होगा।

- 2000 से अधिक बसों का थम गया पहिया

एक निजी बस सेवा के कर्मचारी शिव सागर गिरी ने बताया कि बस स्टैंड शिफ्ट होने की वजह से बस संचालकों में आक्रोश है। बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन की तरफ से हम लोग हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने ये भी बताया कि मीठापुर से प्रतिदिन करीब 3000 बसों का संचालन होता है। जिसमें से 2000 बसें जो जहां थी वहीं रोक कर हड़ताल पर बैठ गईं। कुछ बसों का संचालन प्रशासन ने डरा धमकाकर किया। उन्होंने ये भी बताया कि बस संचालक बसों को सरकार के निर्देशानुसार बैरिया में शिफ्ट तो कर रहे हैं मगर जब तक उचित सुविधा मुहैया नहीं कराई जाएगी। बस का संचालन नहीं करेंगे।

सुबह 9 बजे से देवरिया जाने के लिए भटक रहा हूं। मगर कहीं भी कोई साधन नहीं मिल रहा है।

- सुधीर कुमार, यात्री

सरकार के उदासीन रवैये के चलते यात्रियों को परेशानी हो रही है। स्टेशन और मीठापुर से बैरिया बस टर्मिनल का किराया भी बढ़ गया है।

- शेख फिरोज, आम पब्लिक

पाटलिपुत्रा बस टर्मिनल से मीठापुर बस स्टैंड के दो बार चक्कर लगा चुका हूं। मगर कहीं भी बस नहीं मिली। ऐसे में ऑटो रिजर्व करना मजबूरी हो गया है।

- मंजय कुमार, यात्री