पटना ब्‍यूरो। दीघा थाना क्षेत्र की माइका कालोनी में गुरुवार की सुबह नकटा दियारा पंचायत के पूर्व मुखिया भागीरथ प्रसाद के भतीजे मुकेश कुमार उर्फ गोपी पर अपराधियों ने घर के पास ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिससे वे घायल हो गए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपित मौके से भाग निकले। आनन-फानन में गोपी को दानापुर अनुमंडल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां से चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें पीएमसीएच रेफर कर दिया। बड़ी बात है कि फायरिंग से आधे घंटे पहले गोपी ने भू-माफिया विमल गोप के विरुद्ध दीघा थाने में लिखित शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस सक्रिय नहीं हुई। इससे आक्रोशित लोगों ने दीघा-दानापुर सड़क पर आगजनी कर वाहनों का परिचालन बाधित कर दिया। सूचना मिलते ही एसडीपीओ (द्वितीय) दिनेश कुमार पांडेय, थानेदार ब्रजकिशोर सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी। लोगों को समझा बुझा कर करीब ढाई घंटे बाद जाम हटाया गया और वाहनों का आवागमन शुरू हुआ। एसडीपीओ ने बताया कि दोनों पक्षों में विवाद हुआ, जिसके बाद फायरिंग की गई। गोपी के पैर में गोली लगी है। मौके से आधा दर्जन खोखे बरामद हुए हैं। मामले में विमल राय और धर्मेंद्र राय को गिरफ्तार किया गया है।

पूर्व सरपंच का पति है विमल गोप
विमल राय उर्फ विमल गोप नकटा दियारा की सरपंच सुंदरी देवी का पति है। उस पर पूर्व में कई मामले दर्ज हैं। मई, 2023 में पालसन रोड में एक जनप्रतिनिधि की बेटी की शादी के दौरान स्टेज पर चढ़ कर विमल ने नर्तकियों के पैर के पास गोलियां चलाई थी। इंटरनेट मीडिया पर इसका वीडियो प्रसारित होने पर विमल के विरुद्ध प्राथमिकी की गई थी। उसका नाम भी गुंडापंजी में दर्ज किया गया था। फायरिंग मामले में पांच को नामजद किया गया है। दो अन्य की तलाश की जा रही है।

रविवार को भी हुई थी हिंसक झड़प
बताया जाता है कि रविवार को भी पूर्व मुखिया के स्वजन से मारपीट और फायरिंग की बात सामने आई थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपित फरार हो चुके थे। पुलिस ने फायरिंग की बात से इन्कार किया था। सीसीटीवी फुटेज में पूरी वारदात कैद हो गई थी। हालांकि, आरोपित पकड़ में नहीं आए। जख्मी मुकेश कुमार की पत्नी रिंकी कुमारी ने कहा कि पुलिस यदि पिछली वारदात के बाद ही सक्रिय हो जाती तो आज यह नौबत नहीं आती। सुबह में भी लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन पुलिसकर्मियों ने डांट-फटकार कर भगा दिया। इससे आरोपितों का मनोबल बढ़ता चला गया और उन्होंने घर पर चढ़ कर गोलीबारी की।