- पटना के दो और अन्य चार जिलों से आयी डेंगू की रिपोर्ट

- निर्देश के बावजूद नहीं हो रही फॉगिंग या लार्विसाइडल का छिड़काव

- स्वास्थ्य समिति ने बनायी आईडीएचपी सर्विलांस टीम

PATNA: इन दिनों डेंगू का डंक कहर बरपा रहा है। शुक्रवार को पटना में डेंगू के छह नए पॉजिविट केस मिले हैं। इसमें दो पटना के और चार अन्य जिलों के हैं। नवादा, नालंदा, छपरा और औरंगाबाद से एक-एक केस मिले हैं। हालांकि डेंगू के राज्य भर में अबतक 7ख् मामले आ चुके हैं, जिसमें पटना में क्फ् केस की पुष्टि हो चुकी है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर समीक्षा बैठक में सभी जिलों के सिविल सर्जनों को अलर्ट कर दिया गया हैं, पर स्वास्थ्य विभाग और निगम के बीच तालमेल नहीं बन पा रहा है, जिसका खामियाजा आमलोगों को भुगतना पड़ रहा है।

प्रभावित क्षेत्रों में नहीं होती फॉगिंग

अजीमाबाद कॉलोनी, लंगरटोली, दरियापुर, मुगलपुर-पटना में ये वो इलाके हैं, जहां डेंगू के पॉजिटिव केस मिल चुके हैं, पर इसके लिए समुचित तरीके से फॉगिंग या लार्विसाइडल का छिड़काव नहीं किया गया है। पटना सिटी से सटे इलाकों में भी इसका खतरा बढ़ा है। दरियापुर निवासी समरेंद्र चौधरी का कहना है कि बारिश का पानी कई इलाकों में जमा है। इसकी निकासी या इनके लार्वा को नष्ट करने के लिए कुछ नहीं किया गया है।

दोबारा अटैक होता है खतरनाक

नगर निगम डेंगू जैसी बीमारी को भी गंभीरता से नहीं ले रहा। चिंता की बात ये है कि जहां एक के बाद एक आउटब्रेक हो, वहां विशेष सावधानी की जरूरत होती है। पीएमसीएच में कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट की हेड डॉ रश्मि सिंह ने बताया कि अगर डेंगू का दोबारा अटैक हो किसी पर तो वह ज्यादा घातक होता है। प्लेटलेट्स बहुत तेजी से गिरता जाता है। इसके मच्छर बहुत कम पानी में ही पनपते हैं, इसलिए कूलर, गमलों, अपार्टमेंट के बेसमेंट आदि में जमा पानी भी इसे बढ़ा सकता है।

राज्य स्वास्थ्य समिति ने बनायी टीम

राज्य स्वास्थ्य समिति ने एक सर्विलांस टीम का गठन किया है। इसमें पीएमसीएच, एसकेएमसीएच व आईडीएच के मेडिकल एक्सपर्ट को डेंगू आउटब्रेक से प्रभावित जिलों में जाकर इसकी सैंपलिंग और नए संभावित क्षेत्र एवं उसके प्रकार के बारे में जानकारी देंगे। इससे पहले समिति की ओर से जलजमाव के क्षेत्रों में इनके मच्छरों को नष्ट करने के लिए लार्विसाइडल का छिड़काव करने को कहा गया है। जानकारी हो कि अब तक औरंगाबाद से तीन, बेगूसराय से तीन, सारण से तीन और आरा से चार केस पॉजिटिव मिल चुके हैं।

अगर डेंगू का दोबारा अटैक हो तो किसी पर तो वह ज्यादा घातक होता है। प्लेटलेट्स बहुत तेजी से गिरता है। इसके मच्छर बहुत कम पानी में ही पनपते हैं, इसलिए कूलर, गमलों, अपार्टमेंट के बेसमेंट आदि में जमा पानी भी इसे बढ़ा सकता है।

- डॉ रश्मि सिंह, हेड कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट, पीएमसीएच