पटना (ब्यूरो)।पटना जंक्शन पर हर दिन चार से पांच लाख यात्रियों की आवाजाही है। वहीं हर दिन सवा सौ गाडिय़ां पटना जंक्शन पर रुकने से लेकर यहां से गुजरती है। हाल फिलहाल पटना जंक्शन पर कई सुविधाओं में बढ़ोतरी भी हुई है। लेकिन सुरक्षा को लेकर लोगों की चिताएं भी कम होने का नाम नहीं ले रही है। वजह हर दिन होने वाले होने वाले क्राइम की घटनाएं, जिसमें नवजात बच्चों की चोरी से लेकर वाहन और यात्री सामानों की चोरी के अलावे नाबालिग लड़के लड़कियों से लेकर मानव तस्करी तक के घटनाएं शामिल हैं।

जंक्शन पर एक दर्जन गैंग एक्टिव
पटना जंक्शन पर अगल-अगल अपराध में शामिल अपराधियों के एक दर्जन गैंग एक्टिव हैं। जिसमें नवजात बच्चा चोरी से, कोढ़ा गैंग और ऑटो लिफ्टर गैंग के लोग शामिल हैं। आए दिन यहां पर लगातार यह लोग लोगों को निशाना बनाते रहते हैं। पूरे पटना के रोड क्राइम की बात करें तो इसका अंतिम तार कहीं न कहीं पटना जंक्शन से ही जा कर जुड़ता है।

केस नंबर 1
बक्सर के नाबालिग लड़की को उसके पिता मानसिक बीमारी के उपचार के लिए लेकर पटना आए थे। यह घटना 27 नवंबर की है। ट्रेन से उतरने के बाद नाबालिग लड़की को प्यास लगती है। उसके पिता पानी लाने के लिए जाते हैं। तभी तस्कर गिरोह की नजर उस पर पड़ती है। वह उस बच्ची को बहला-फुसलाकर वहां से गायब कर देता है। तीन दिन के बाद उस लड़की को एक ई-रिक्शा चालक उसके घर लेकर पहुंचाता है। लेकिन उस चालक ने कथित तौर पर उस नाबालिग के साथ न केवल शादी की थी बल्कि उसका यौन शोषण भी किया था। पुलिस ने उस ई-रिक्शा को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है। वहीं पटना जंक्शन पर दिखे सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स नाबालिग को दस नंबर प्लेटफार्म पर ले जाता हुआ दिखा था। पुलिस अभी तक उस शख्स की तलाश नहीं कर पाई है।

केस नंबर 2
पटना जंक्शन से 26 दिसंबर को एक मां से उसका बच्चा बहला फुसलाकर ले लिया गया था। फिर उसे गायब कर दिया गया था। इस मामले में आरोपी दंपती की गिरफ्तारी हो गई है। लेकिन कुछ सवाल को लेकर पुलिस अभी तक जवाब नहीं दे पाई है। क्या इस दंपती का यह पहला अपराध था या पहले भी इन्होंने मासूमों को उसके मां से चुरा कर बेचा होगा। डीएसपी कृष्ण मुरारी प्रसाद के अनुसार यह दंपती बच्चा चोरी कर उसे नि:संतान दंपती को चार से पांच लाख में बेच देते थे। पुलिस दोनों को जेल भेज चुकी है। जबकि उनसे पूछताछ में यह बात सामने आ सकती थी कि पहले कब और किस-किस अपराध को उन्होंने अंजाम दिया। उनके नेटवर्क में और कितने लोग शामिल थे।

केस नंबर 3
पटना जंक्शन पर ऑटो लिफ्टर गैंग भी एक्टिव है। झारखंड के सिपाही जिन्हें कंकड़बाग शिव मंदिर के पास स्थित गली में जाना था। उन्हें स्टेशन पर ही झांसे में लिया गया था। स्टेशन पर ही उन्हें उनके घर तक छोडऩे का भरोसा दिलाकर ऑटो में बैठाया गया था। फिर उनके गंतव्य तक पहुंचने के पहले उनके साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया। हालांकि इस मामले के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद पता चला कि यह लोग सुबह स्टेशन एरिया में एक्टिव में रहते थे। सुबह-सुबह ट्रेन से आने वाले लोगों को ट्रेन में बैठाकर पहले ठगी की कोशिश करते थे। लेकिन ठगी में जब इन्हें सफलता नहीं मिलती थी। तब इनके साथ लूटपाट की घटना को अंजाम दिया जाता था।

चाइल्ड हेल्प लाइन में हर माह 50 बच्चों का केस
पटना जंक्शन स्थित चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मी ने बताया कि यहां पर बहुत सारे ऐसे बच्चे होते हैं जो घर से नाराजगी होने के बाद भाग आते हैं। स्टेशन पर ऐसे केस आने पर वे लोग ऐसे बच्चों के लिए काउंसलिंग की व्यवस्था से लेकर इनके माता पिता से संपर्क कर उन्हें सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाने की कोशिश करते हैं। घर का पता नहीं चलने चाइल्ड वेलफेयर सोसाइटी को सौंप दी जाती है। जहां उनके परोपर देखभाल की व्यवस्था की जाती है। पटना जंक्शन पर हर माह घर से किन्हीं भी वजह से आने वाले ऐसे बच्चों या नाबालिगों की संख्या 50 के करीब होती है। अगर ऐसे बच्चे दिखे तो चाइल्ड हेल्प लाइन को 1098 पर फोन करके जानकारी दी जा सकती है।


वर्जन
पुलिस की सभी पर चौकस नजर रहती है। सभी मामले की जांच की जा रही है। हम किसी एक मामले को लेकर नहीं चलते हैं। फिलहाल तो नए वर्ष को लेकर हमने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। अपराधी गिरोह ऐसे मौके का फायदा उठाते हैं।
अमृतेंदू शेखर ठाकुर
रेल एसपी पटना