- फरवरी में डोमिनिया पुल पर कैश लूट की दो वारदातों को दिया था अंजाम

- गुर्गो की तलाश में जुटी है पुलिस

PATNA : कटिहार के कोढ़ा गिरोह का नाम सामने आते ही इससे इत्तेफाक रखने वाला व्यक्ति फ्लैश बैक में चला जाता है। पुराने दिन याद आने लगते हैं। पटना के शहरी इलाकों के साथ ही ग्रामीण इलाकों में भी इस गैंग का आतंक था। राजधानी पटना समेत पूरे जिले में कैश लूट की वारदातों को कोढ़ा गैंग के अपराधी धड़ल्ले से अंजाम दिया करते थे। बीते कुछ सालों से टाइट पुलिसिंग के कारण गैंग में शामिल अपराधियों ने पटना को अपना ठिकाना बनाना छोड़ दिया। इनके निशाने पर बिहटा और पालीगंज जैसे इलाके रहने लगे। कैश लूट की वारदातों को लगातार अंजाम दिया गया। इसी साल के फरवरी महीने में बिहटा के डोमिनिया पुल पर अपराधियों ने कैश लूट की दो वारदातों को लगातार अंजाम दिया था। इन दोनों वारदातों को अंजाम देने वाले कोढ़ा गैंग के सरगना अजय कुमार को बिहटा थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मौके पर पुलिस ने इसके पास से एक किलो गांजा और कवाच की फ् पुडि़या भी बरामद किया है।

- लगातार म् थाना एरिया में की थी लूट

मेन पटना को छोड़कर इसके आसपास के इलाकों को कोढ़ा गैंग ने अपने रडार पर ले रखा था। गैंग के द्वारा बिहटा, नौबतपुर, पालीगंज, मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन में लगातार कैश लूट की वारदातों को अंजाम दिया गया था। जिससे पटना पुलिस की टीम में खलबली मची हुई थी।

- बाइक पर होता था लोकल नंबर प्लेट

कैश लूट की वारदात को अंजाम देने का एक खास तरीका कोढ़ा गैंग ने निकाल रखा था। अपने गांव से ये पल्सर बाइक से आते थे। जिस इलाके में कैश लूट की वारदात को अंजाम देना होता था, वहां की रेकी करते थे। फिर इलाके हिसाब से बाइक का नंबर प्लेट बदल देते थे। जिसके बाद इनकी बाइक लोकल एरिया की हो जाती थी। फिर कैश लूट कर अपराधी आराम से फरार हो जाते थे।

- गुर्गो की चल रही है तलाश

एसएसपी मनु महाराज को किसी ने कॉल कर कोढ़ा गैंग के अपराधियों के बिहटा के राघोपुर इलाके में जमा होने की सूचना दी थी। जिसके बाद एसएचओ रामाकांत तिवारी और उनकी टीम को एक्टिव किया गया। सरगना अजय अपने गुर्गो के साथ कैश लूट की वारदात को अंजाम देने की प्लानिंग कर रहा था। तभी पुलिस टीम ने रेड किया। गुर्गे तो फरार हो गए, लेकिन सरगना पकड़ा गया। अब पुलिस की टीम सरगना की निशानदेही पर गुर्गो की तलाश में जुटी है।

कैश लूट के दौरान यूज किए गए बाइक की पहचान न हो, इस लिए नंबर प्लेट को बदल दिया जाता था। कैश लूट के साथ ही ये गैंग गांजा की तस्करी करने में भी जुटा था।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना