पटना ब्यूरो।
-एम्स सिक्योरिटी ऑफिसर पर हमला, कार पर चलाई थी गोली
-पिन्कू यादव ने पहले ही फोन कर दी थी धमकी
-दो अपराधियों को पुलिस ने दबोचा, दोनों एम्स में हैं तैनात
अपराधियों की इस हरकत ने पुलिस को भी चैंलेज कर दिया है। खास बात यह सामने आई है कि जिस व्यक्ति पर गोली चलाने का आरोप लगा है वह आरजेडी एमएलए रीतलाल यादव का सगा भाई पिन्कू यादव है। इस कांड में दो अपराधी राजकुमार और गुड्डू यादव को गिरफ्तार किया गया है और इन लोगों ने यह स्वीकार कर लिया है कि पिन्कू यादव के कहने पर ही चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पीएन राय पर गोली चलाई है। अरेस्ट राजकुमार और गुड्डू एम्स में ही फिल्ड ऑफिसर के रूप में तैनात हैं। ऐसे में यह सवाल भी उठना लाजमी है कि अपराधी टाइप लोगों की एम्स की सिक्योरिटी में तैनाती किसी से तरह सेफ है।
पहले धमकी फिर चलाई गोली
यहां मोकामा का आदमी बहाल नहीं होगा और न ही वहां का आदमी काम देगा मेरे साथ तालमेल के साथ काम कीजिए नहीं तो कंपनी नहीं चलेगी और न ही कोई सुरक्षित रहेगा। एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पीएम राय के फोन पर खुद को पिन्टू यादव बताने वाले शख्स ने धमकी दे डाली। यह सिर्फ धमकी तक ही सीमित न रहा बल्कि अंजाम तक भी पहुंचाने की कोशिश की गई और पीएन राय पर खगौल एलीवेटेड रोड पर ऑफिस आते वक्त उनपर गोली चला दी गई। गोली उनकी कार के पिछले बेनसेट पर लगी जिससे शीशा क्षतिग्रस्त हो गया। घटना 20 अगस्त की है। जिससे एक दिन पहले 19 तारीख को फोन कर उन्हें धमकी दी गई थी। पुलिस ने मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों अरेस्ट व्यक्ति एम्स में सिक्योरिटी का काम करते हैं और एम्स में सिक्योरिटी गार्ड की बहाली में पैसे लेकर अपने लोगों को भरने का काम करते हैं। साथ ही इन लोगों से पुलिस के कंफेसन में साफ किया कि वे लोग पिन्टू यादव के लिए काम करते हैं।
बहाली का 50 परसेंट लेते हैं पैसा
पुलिस ने राजकुमार और गुड्डू नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने पुलिस को बताया कि एम्स में जितनी भी सिक्योरिटी गार्ड की बहाली होती है उसके 50 परसेंट पर ये लोग अपने आदमी को बहाल करते है, वह भी पैसे लेकर। इसबार ऐसा नहीं हो पाया जिसके कारण पिन्कू यादव तक बात पहुंची और उसने एम्स के सिक्योरिटी ऑफिसर प्रेमनाथ राय पर हमला करवाया।
38 लोगों को बहाल करना था
जानकारी के अनुसार इसमें पिंकू यादव की ओर से 38 लोगों को बहाल करना था। इसमें लोगों से 60 हजार रुपये से लेकर एक लाख तक की बात की गई थी। इन्हीं लोगों की लिस्ट पर मुहर लगाने के लिए यह धमकी दी गई थी। एम्स में 25 परसेंट सीटों पर बहाली की जा रही है जो सिक्योरिटी को और टाइट करने के लिए आदेश आये हैं उसी के तहत यह बहाली हो रही है। दूसरी ओर इस मामले में रीलाल यादव ने भी अपने भाई के बारे में कहा है कि अगर उसने गोली चलाई है तो वह खुद ही उसे पुलिस के हवाले करवा देंगे। लेकिन उन्हें नहीं लगाता यह उनके भाई ने कराया है। पीएन राय से बात की होगी लेकिन धमकी और गोली चलवाने से इन्कार किया है।
सिक्योरिटी में अपराधी तो सेफ कैसे?
इस केस में खगौल थाने की पुलिस ने राजकुमार को गिरफ्तार किया है। राजकुमार पर पहले से ही सिक्योरिटी सॉल्यूशन सर्विसेज कंपनी के धनंजय कुमार पर दो अन्य साथियों के साथ हमला करने का आरोप है। इस संबंध में फुलवारी थाना में कांड भी दर्ज है। वारदात 23 मार्च की है। अब यह सवाल उठना जरूरी है कि अगर एम्स की सिक्योरिटी में ही अपराधी घुसे रहेंगे तो वहां के मरीज और डॉक्टर्स कैसे सेफ रह सकते हैं। सिक्योरिटी गार्ड में आखिर लोकल अपराधी क्यों अपने लोगों को घुसा कर रखना चाहते हैं। उनकी मंशा क्या है? यह व्यवस्था के कमजोर करने का एक तरीका हो सकता है। अगर गार्ड की बहाली में भी पुलिस वेरिफिशन रिपोर्ट ली जाती है तो फिर सिक्योरिटी में जान से मारने वाले केस जिसपर दर्ज हो वह कैसे गार्ड बन गया। इसे विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। नहीं तो बड़े हादसे को रोकना मुश्किल होगा।
कोट
क्या कहा एसपी ने
पीएन राय को पहले मार्निंग वॉक के दौरान ही सबक सिखाना था लेकिन वह उस दिन वॉक पर नहीं गए। इसके बाद जब वे अपनी गाड़ी से निकले तो अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। पिंकू यादव जो एमएलए रीतलाल यादव का सगा भाई है उसकी गिरफ्तारी की जायेगी। उसकी कॉल रिकॉर्डिग भी है। अरेस्टिंग के बाद उसका मिलान किया जाएगा। गिरफ्तार राजकुमार फुलवारी के एक केस में फरार भी था। पुलिस ने घटना की जानकारी के बाद तत्काल टीम बनाकर इन लोगों को गिरफ्तार किया है।
अभिनव धीमान, एसपी वेस्ट