पटना (ब्यूरो)। दिवाली से पहले ही प्रदेश की हवा खराब हो गई है। प्रदेश की हवा में धूलकण की मात्रा इतना ज्यादा बढ़ गई है कि लोगों को सांस संबंधी समस्याएं होने लगी हैं। राज्य के अधिसंख्य शहरों में प्रदूषण का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 से ऊपर चला गया है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खतरनाक माना जाता है। इस संबंध में बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डा.डीके शुक्ला का कहना है कि प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण की स्थिति काफी खराब है। ऐसे में जिला प्रशासन एवं नगर निकायों को प्रदूषण नियंत्रण के लिए समुचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए खासकर सड़कों की साफ-सफाई, समय-समय पर पानी का छिड़काव करना होगा। निर्माण स्थल पर ग्रीन चादर का उपयोग आवश्यक है।

शहर : प्रदूषण की मात्रा (एक्यूआइ में) :

पूर्णिया : 397

कटिहार : 345

सहरसा : 321

पटना : 320

छपरा : 319

मोतिहारी : 288

भागलपुर : 284

मुजफ्फरपुर : 262

समस्तीपुर : 247

किशनगंज : 247

गया : 182

सासाराम : 158

सिवान : 147

मुंगेर : 138

राजगीर : 123

अरेराज : 122

राजधानी में गांधी मैदान इलाके की स्थिति गंभीर

गांधी मैदान : 420

इकोपार्क : 364

चिडिय़ाघर : 350

दानापुर : 324

पटना सिटी : 299

तारामंडल : 164

देश में सबसे खराब स्थिति

सोनीपत : 431

नई दिल्ली : 425

ङ्क्षजद : 419

मुरथल : 417

फरीदाबाद : 410

मेरठ : 364

भिवानी : 355

रोहतक : 328

वायु प्रदूषण के मानक

0 से 50 : अच्छा

51 से 100 : संतोषप्रद

101 से 200 : मध्यम

201 से 300 : खराब

301 से 400 : बहुत खराब

400 से अधिक : गंभीर