पटना (ब्यूरो)। जब भी शादी करने की बात आती है तो सबसे पहले हर परिवार खर्चों का इस्टीमेट लगाना शुरू कर देता है, क्योंकि शादी जिंदगी का सबसे बड़ा इवेंट होता है इसलिए हर कोई चाहता है कि यह आयोजन भव्य तरीके से हो, लेकिन इस पर होने वाला खर्च पसीने छुड़ा देता है। अगर हम आपसे कहें कि शादी करने पर खर्च के साथ-साथ कमाई भी होगी, तो क्या आप इसे मानेंगे? अब आपके मन में आ रहा होगा कि यह कैसे संभव है। तो पढि़ए यह रिपोर्ट।
शादी में पैसा कमाने के लिए आपको कुछ अजनबियों को बुलाना होगा। हालांकि, यह थोड़ा अटपटा जरूर होगा, लेकिन आने वाले मेहमान सब विदेशी होंगे। दरअसल कई देशों के नागरिक पारंपरिक भारतीय शादियों में शामिल होना पसंद करते हैं और इसके लिए वे भुगतान करने को भी तैयार हो जाते हैं। पटना समेत बिहार के अन्य जिलों के अलावा देश के तमाम बड़े शहरों की हाई प्रोफाइल बारातों में विदेशी जोड़ों को झूमते देखा जा सकता है। कई कंपनियां ऐसी बारात का हिस्सा बनने के लिए टिकट बेच रही हैं। एक शादी में शामिल होने के लिए टिकट का मूल्य न्यूनतम 20 हजार है।

एक शादी के लिए 10 टिकट
भारतीय शादी को जानने की विदेशियों की तमन्ना पूरी करने का काम ऑस्ट्रेलियन कंपनी ज्वॉइन माय वेडिंग डॉट कॉम कर रही है। कंपनी विदेशी पर्यटकों से ऐसी शादियों में शामिल होने के लिए फीस ले रही है। वेबसाइट पर हर समारोह के लिए 10 टिकट है।

60 प्रतिशत राशि दूल्हा-दुल्हन को
वेबसाइट के संस्थापक हंगेरियन-ऑस्ट्रेलियाई उद्यमी ओरसी पार्कानी का कहना है, जब तक आप किसी भारतीय शादी में शामिल नहीं होते, तक तक भारत को नहीं जान सकते। इस शादी सीजन के लिए करीब 3000 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। विदेशी आगंतुक विवाहित जोड़ों को उनकी शादियों के लिए क्राउड फंडिंग में भी मदद करते हैं। औसतन तीन दिन के समारोह में शामिल होने के लिए टिकट की बिक्री होती है।

वेबसाइट दे रही वेडिंग अटेंडेंस पैकेज

विदेशियों में मेहमान बनने की योग्यता भी होनी चाहिए। वेबसाइट के मुताबिक, शादी का हिस्सा बनने के लिए उनके अंदर दूसरे की संस्कृतियों को समझने की इच्छा होनी चाहिए। वेबसाइट क्र'वेडिंग अटेंडेंस पैकेजक्र' दे रही है जिसकी कीमत 10500 रुपए (प्रतिदिन) है। इसमें शादी में एंट्री से लेकर खाना-पीना सब शामिल है। इसके अलावा कपल्स की तरफ से एक गाइड भी दिया जाता है जो मेहमानों का स्वागत करता है और उन्हें सारी परंपराएं समझाता है।

मेहमानों को मिलती हैं यह सुविधाएं
शादी से पहले होने वाली रस्मों में से मेहंदी सेरेमनी भी कुछ मेहमान शामिल होते हैं। हालांकि इस पैकेज में ट्रांसपोर्ट, रहने की सुविधा और कॉस्ट्यूम का खर्च इसमें शामिल नहीं होता है। वेबसाइट पर फ्र ॉड से बचाने के लिए कपल्स और गेस्ट दोनों का वेरिफिकेशन किया जाता है। ईमेल और सोशल मीडिया के जरिए डिटेल में बातचीत की जाती है ताकि मेहमानो के साथ धोखा ना हो और वे सुरक्षित रहें।

सांस्कृतिक आदान-प्रदान का माध्यम

ज्वाइन माइ वेडिंग की वेबसाइट पर आने वाले महीनों में होने वाली शादियों की जानकारी होती है। ऐसे में कोई भी विदेशी नागरिक यहां पर जाकर किसी भी शादी में शामिल होने के लिए पेमेंट कर सकता है। इसके बाद वे शादी के हिसाब से पारंपरिक भारतीय कपड़े खरीद कर शामिल होते हैं। सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिहाज से यह बुरा नहीं है। क्योंकि, विदेशी सैलानियों को भारतीय विवाह और संस्कृति को करीब से देखने का मौका मिलता है। इसलिए अगर आप ऐसी ख्वाहिश रखते हैं तो इस साइट पर जाकर लॉगिन करके इस मौके का फायदा उठा सकते हैं।

केस 1: दरभंगा के ज्योत्सना एवं शुभम की शादी 24 नवंबर को संपन्न हुई। अपनी शादी के लिए उन्होंने वे डिंग इन्विटेशन अपलोड किया। उनकी इस शादी में विदेशी मेहमान शामिल हुए। इनकी शादी में पहुंचे विदेशी मेहमानों ने प्रति व्य1ित 150 डॉलर भुगतान किया।

केस 2: पटना के रवि और आसिमा की शादी भी 24 नवंबर को थी। उनकी शादी की रस्में 23 व 24 नवंबर को संपन्न हुइीं। इन दोनोंं की शादी में दो दिन विदेशी मेहमान शामिल हुए जिन्होंने हल्दी, मेहंगी, संगीत के साथ-साथ बारात व विवाह तक में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इनकी शादी में 5 की संख्या में विदेशी मेहमान शामिल हुए। इनका इन्विटेशन 250 डॉलर प्रति व्यक्ति पर क्लोज्ड हुआ।