- साल दर साल गिरती जा रही है रैंकिंग

- दो साल में 10 पायदान नीचे खिसका पटना

PATNA :

स्मार्ट सिटी 2020 की रैंकिंग जारी हो गई है। इसमें पटना को स्मार्ट सिटी बनने के दावे की पोल खुल गई है। स्मार्ट सिटी की रैंकिंग में पटना चार पायदान फिसलकर 33वें स्थान पर चला गया है। वहीं, इंदौर को पीछे छोड़ आगरा पहले नंबर पर पहुंच गया है। वर्ष 2017 में पटना को स्मार्ट सिटी के लिए चयनित किया गया था। वर्ष 2018 में पटना को 22वीं रैंक मिली थी। वर्ष 2019 में रैंकिंग घटकर 29वीं हो गई। वर्ष 2020 में पटना 33वें पायदान पर खिसक गया है।

किसमें मिला है कितना अंक

पटना की रैकिंग - 33

कुल स्कोर- 42.89

प्रोजेक्ट इम्लीमेंट रैंक - 22.74

फंड ट्रांसफर - 14

फंड यूटिलाइजेशन - 6.15

इसलिए गिरी रैंकिंग

पटना स्मार्ट सिटी की रैंकिंग गिरने का सबसे बड़ा कारण ये है कि स्मार्ट सिटी के तहत बनी सारी योजनाएं ठंडे बस्ते में चली गई है। स्मार्ट सिटी की तरफ शहर में 10 से अधिक योजनाओं का टेंडर निकला, वर्क ऑडर भी जारी किया गया आधे अधूरे काम भी हुए लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी प्रोजेक्ट कंप्लीट नही हो पाए। जिसके कारण फंड का यूटिलाइजेशन नहीं हो पाया।

कैसे हुआ वर्क आर्डर

एबीडी (एरिया बेस्ड डेवलपमेंट)

- जिसके अंर्तगत गांधी मैदान से लेकर एक्जीविशन रोड, स्टेशन से जीपीओ और आर ब्लॉक से इनकम टैक्स डाकबंगला होते हुए फ्रेजर रोड।

पैन सिटी

- इसके अंतर्गत शहर के सभी हिस्सों में जनसेवा केन्द्र का निर्माण करवाया जाना था। जिससे लोगों को एक जगह पर सारी सुविधाएं मिले।

स्मार्ट सिटी की रफ्तार

- 2017 में पटना का चयन होने के बाद तेजी से स्मार्ट सिटी की योजनाओं पर काम शुरू हुआ।

- 2400 करोड़ के प्रोजेक्ट की डीपीआर फाइनल हुई।

- 1017 करोड़ के प्रोजेक्ट का टेंडर भी दिया गया।

- 380 करोड़ रुपए खर्च करने के लिए भी दिए गए।

- 75 करोड़ रुपए हो चुके हैं खर्च। 600 करोड़ रुपए और मिलने हैं।

- 305 करोड़ रुपए अभी स्मार्ट सिटी लिमिटेड के खाते में जमा है।

फाइलों में रह गईं योजनाएं

-मंदिरी और बाकरगंज नाला डेवलपमेंट।

- स्टेशन रोड डेवलपमेंट।

- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर।

- स्मार्ट सिटी रोड नेटवर्क।

- डच कैफेटेरिया।

धरातल की योजनाएं

-अदालतगंज डेवलपमेंट।

-मौर्यालोक डेवलपमेंट।

- गांधी मैदान ओपेन थियेटर।

- वेडिंग जोन।

इन योजनाओं पर खर्च हुई राशि

-मधुबनी पेटिंग-13 करोड़।

-अदालतगंज तालाब- 9.84.

-ओपेन थियेटर- 5 करोड़

-मौर्यालोक रेनोवेशन- 6.5 करोड़।

-स्मार्ट डस्टबिन- 2 करोड।

-जनसेवा केन्द्र- 17 करोड़।

रैंकिंग का गिरना दुखद है। हमलोग और ज्यादा मेहनत करेंगे। जो भी प्रोजेक्ट बने हैं उनको समय पर पूरा किया जाएगा।

-हिमांशु शर्मा, एमडी, स्मार्ट सिटी लिमिटेड