पटना(ब्यूरो)। बिहार बाल भवन किलकार में 23 दिनों तक चलने वाले समर कैंप का उद्घाटन बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के राज्य परियोजना निदेशक बी। कार्तिकेय धनजी ने रंग-बिरंगे गुब्बारे उड़ाकर किया। इस मौके किलकारी की निदेशक ज्योति परिहार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बच्चों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने सुबह छह बजे से शाम के सात बजे तक चलने वाली सभी गतिविधियों में निश्चित रूप से शामिल होने और ध्यान से सीखने को कहा। भरी गर्मी में ठंढक का अहसास कराते हुए Óस्नो डांसÓ से समर कैंप की शुरुआत हुई। किलकारी प्रांगण में नन्हीं जलपरियों ने नृत्य कर अतिथियों का स्वागत किया। हस्तक नृत्य, म्युजिकल डांस, फुहारों की बौछार के साथ नृत्य की प्रस्तुति से सभी आनंदित हो उठे। कविता पाठ में शौर्य पराशर ने अपनी कविता Óजंगल में नाचे मोर, समर कैंप का होगा शोरÓ की प्रस्तुति दी। यश पराशर, विशाल, गणपत हिमांशु एवं निकु कुमारी ने भी अपनी कविता की प्रस्तुति दी। आकाश कुमार के निदेशन में छोटी-छोटी तीन बच्चियों ने रागिनी, वैष्णवी, आराध्या ने कार्यक्रम का संचालन किया। महिमा मौर्या ने मनमोहक गीत की प्रस्तुति की।

18 बाल केंद्रों में भी समर कैंप की मस्ती : किलकारी का समर कैंप पटना के अतिरिक्त गया, दरभंगा, भागलपुर और पूर्णिया सहित 18 बाल केंद्रों में भी शुरू हो गया है। बच्चों के बीच मजेदार गतिविधियों का आयोजन विभिन्न जिलों के सरकारी मध्य विद्यालयों में भी संचालित होगी। 28 मई से 17 जून तक सभी विधाओं में अलग-अलग प्रशिक्षण की गतिविधियां शुरू हो जाएगी। किलकारी के समर कैंप में 3500 से अधिक बच्चे लाभान्वित होंगे। सभी गतिविधियां तीन सत्रों में आयोजित होगी। पहला सत्र सुबह 6.00 बजे से 10.00 बजे, द्वितीय सत्र- सुबह 10.00 से शाम 5.00 बजे, तृतीय सत्र- शाम 5.00 से 7.00 बजे तक होगा।

नयी तकनीकी ज्ञान से जुडऩे का अवसर : किलकारी के इस समर कैंप में बच्चों को भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक कला, संस्कृति सीखने-समझने और नयी तकनीकी ज्ञान से जुडऩे का अवसर मिलेगा। समर कैंप का मूल उद्देश्य भी यही है। समर कैंप को सफल बनाने में किलकारी से 42 सहयोगी और कार्यकर्ता जुटे हुए हैं। रविवार सुबह सात बजे से प्रथम सत्र की गतिविधियां आरंभ हो जाएंगी।

दस राज्यों के 28 विशेषज्ञ बच्चों को देंगे प्रशिक्षण : समर कैंप में 10 राज्य महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, प। बंगाल, दिल्ली, आंध्र प्रदेश, असम और बिहार आए से आए 28 विशेषज्ञ किलकारी के बच्चों को प्रशिक्षण देंगे। 23 दिनों के इस कैंप में बच्चों को 62 प्रकार की गतिविधियां सिखाई जाएगी।