-बुधवार को राहुल गांधी ने की दो चुनावी सभाएं

PATNA: राहुल गांधी ने बुधवार को बिहार में दो चुनावी सभाएं कीं और एक बार फिर जनता की परेशानियों को मुद्दा बनाकर विरोधियों पर हमले किए। राहुल की बिहार यात्रा का यह दूसरा पड़ाव और तीसरी व चौथी चुनावी सभा थी। इसे संयोग ही कहेंगे कि आज जब राहुल बिहार में चुनावी सभाएं कर रहे थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बिहार में ही थे। यह दूसरा मौका है जब देश के दो दिग्गज नेता अपने-अपने एजेंडे को लेकर बिहार में एक साथ मौजूद थे। राहुल गांधी ने अपनी दूसरी बिहार यात्रा में एक बार फिर पुराने मुद्दों को लेकर विरोधियों पर निशाना साधा। हिसुआ और कहलगांव की तरह ही आज की अपनी वाल्मीकि नगर और कुशेश्वरस्थान की सभाओं में राहुल गांधी ने कृषि कानून, पलायन, लॉकडाउन और नोटबंदी पर बात की।

खेतों पर भी कब्जा

उन्होंने बताया कि कृषि कानून कैसे किसानों की फसल के साथ साथ उनके खेतों पर कब्जा करेगा। मोदी ने वादा करके भी रोजगार नहीं दिया। बिहार के लोग रोजी रोटी के लिए पलायन को मजबूर हैं और लॉकडाउन कैसे श्रमिकों की परेशानी का सबब बना। राहुल इन्हीं मुद्दों पर ज्यादा हमलावर दिखे। भाजपा के झूठ पर उन्होंने जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस रोजगार दे सकती है, देश की तरक्की कर सकती है, किसानों के कर्ज माफ कर सकती है। उसे यह सब काम आते हैं, पर उसे सिर्फ झूठ बोलना नहीं आता। प्रधानमंत्री और उनके नेता झूठ बोलने का काम बखूबी करते हैं।

मुद्दों पर फोकस

राहुल लगातार इन मुद्दों पर फोकस हैं। विश्लेषक मानते हैं कि राहुल गांधी ऐसा रणनीति की तहत करते हैं। वे जानते हैं कि यदि पीएम के उठाए मुद्दों पर बात करना शुरू करेंगे तो जनता के मुद्दे गौण होने का भय है। इन्हीं वजहों से वे अपने मुद्दों से भटकते नहीं। सीधी सपाट भाषा में 20 से 25 मिनट संवाद करते हैं और फिर आगे बढ़ जाते हैं। आज की सभाओं में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया। देखना होगा कि राहुल वापस कोरोना, रोजगार, पलायन और झूठ को मुद्दा बनाते हैं या फिर तरकश से नया तीर निकालते हैं।