PATNA : प्राचीन सभ्यता की प्रतीक और भारतीय संस्कृति की पहचान रहीं दुर्लभ मूर्तियां जिनकी कीमत इंटरनेशनल मार्केट में करोड़ों रुपए हैं, आज उन्हें देखने वाला कोई नहीं है। नतीजा यह है कि कई मूर्तियों नष्ट हो चुकी हैं तो कई नष्ट होने की कगार पर हैं। कभी ये मूर्तियां गा्रमीणों के हाथ लगती है तो वे अपने हिसाब से मंदिर में रख कर पूजा करने लगते हैं तो कभी ये तस्करों के निशाने पर होती है। शनिवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। मधुबनी के बाबूबरही थाना अंतर्गत एक हजार साल पुरानी शिव पार्वती की मूर्ति चोरी हो गई। तस्कर उसे नेपाल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में अंढ़राठाडी थाना के रात्रि प्रहरियों ने धर दबोचा। हैरत की बात तो यह है कि ये सब तब हो रहा है जब खुद सूबे के मुखिया नीतीश कुमार सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा करने की बात करते हैं। दूसरी ओर कई प्रतिमाएं कला संस्कृति विभाग की लापरवाही की भेंट चढ़ चुकी हैं। इसका प्रमाण है कि वर्ष ख्0क्भ् से राज्य में अनेक दुर्लभ मूर्तियां मिली हैं। मगर उनके संरक्षण का कोई प्रयास नहीं किया गया। आज आई नेक्स्ट ऐसा ही सनसनीखेज खुलासा करने जा रहा है जिसे जानकर आप भी चौंक जाएंगे

-ख्0क्फ् से अब तक खुदाई में मिली मूर्ति

मधुबनी

ख्0 सितम्बर ख्0क्भ्: बाबूबरही थाना अंतर्गत कुल्हरिया परसा गांव में शिव पार्वती की मूर्ति रोड निर्माण के क्रम में तालाब किनारे खुदाई से मिली थी। बाद में ग्रामीणों ने मूर्ति को परन्दाहा तालाब किनारे बनी मंदिर में रखी दी। मगर विभाग की ओर से मूर्ति की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई । इस बीच फ् सितंबर ख्0क्म् को तस्करों की नजर मूर्ति पर गई। वे इसे चुराकर जा ही रहे थे, तभी नेपाल सीमा से पहले अंधराठाडी थाना के रात्रि प्रहरियों ने तस्कर को धर दबोचा

ख् जनवरी ख्0क्म्: मधबनी के महिषी से कटैया प्रखंड के पटोरी गांव में तालाब खुदाई के दौरान सूर्य की मूर्ति मिली, जिसे एक मंदिर में रखी गई है ।

क्क् फरवरी ख्0क्म् : अंधराठाडी प्रखंड में ही घर बनाने के लिए सरखरा तालाब से स्थानीय लोग जेसीबी से मिट्टी कटवा रहे थे। खुदाई के दौरान लगभग हजार साल पुरानी बौद्ध तारा की मूर्ति मिली। काले ग्रेनाइट पत्थर की मूर्ति जेसीबी से आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त भी हो गई मगर अभी तक सरकार की ओर से कोई भी मूर्ति को देखने तक नहीं गया ।

क्फ् मार्च ख्0क्म्: मधुबनी के पंडोल प्रखंड अंतर्गत बलिया गांव में भैरव बाबा तालाब से जेसीबी से खुदाई के दौरान सूर्य की भग्न मूर्ति मिली। इसे भी सरकार ने नजर अंदाज कर दिया।

ख् मई ख्0क्म्: मधुबनी के अंधराठाधी प्रखंड अंतर्गत देवहार गांव में हरिमोहन राय की खेत में खुदाई के दौरान गुप्त काल के भूरे ग्रेनाइट पत्थर की देवता की मूर्ति निकली। बाद में ग्रामीणों द्वारा मूर्ति को मुक्तेश्वर मंदिर में रख दी गई । इस खबर को भी जिसे आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था ।

-सीतामढ़ी

क्7 जुलाई ख्0क्म्: सीतामढ़ी जिला अंतर्गत मसेहिया गांव में तालाब खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की प्राचीन मूर्ति निकली थी। जो क्ख् वीं और क्फ् वीं शताब्दी के बीच की है। मगर राज्य सरकार की ओर से मूर्ति संरक्षण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इस खबर को आई नेक्स्ट ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था ।

दरभंगा

ख्0 जून ख्0क्भ्: दरभंगा के बेनीपुर थाना अंतर्गत बेलौन गांव में एक खेत से पाल कालीन भगवान विष्णु की मूर्ति मिली। जेसीबी की चोट से मूर्ति दो भागों में अलग हो गई थी। मूर्ति का कुछ भाग किशनपुर एवं कुछ भाग रमौली चला गया। इसके अलावा बिरौल थाना अंतर्गत रोहार महमूदा गांव में उसी माह हजारों साल पुरानी सूर्य की प्रतिमा मिली थी । अगस्त ख्0क्भ् में दरभंगा राज किला के उत्तर महादेव मंदिर में दुर्लभ विष्णु की मूर्ति मिली थी।

- पहले भी हो चुकी है चोरी

मधुबनी के विदेश्वर स्थान में क्0वीं शताब्दी की बुद्ध की प्राचीन मूर्ति तस्करों द्वारा चोरी कर ली गई। इसके अलावा करीब डेढ़ दशक पहले भी सहरसा जिले के बाबा कारू खिरहर संग्रहालय से क्क्वीं शताब्दी की बुद्ध की मूर्ति गायब हो गई।

शिव पार्वती की मूर्ति जो शनिवार को चोरी हुई थी। उसे बरामद कर लिया गया है। ब् अपराधियों को जेल भेज दिया गया है। मामला कोर्ट में है। कोर्ट के आदेश के बाद पता चलेगा कि मूर्ति कहां रखी जाएगी।

-दीपक वर्णमाल, एसपी मधुबनी

मूर्ति संरक्षण के लिए आप संग्रहालय कर्मी से बात कीजिए। आदेश आने पर हम मीटिंग कर लेंगे, फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।

- चैतन्य प्रसाद, प्रधान सचिव कला संस्कृति एवं युवा विभाग