पटना (ब्यूरो)। पूर्व मध्य रेल में पटना जंक्शन राजस्व वसूली में नंबर वन है, लेकिन सुविधाओं के मामले में लगातार पिछड़ता जा रहा है। स्टेशन पर यात्री सुविधा का हाल बेहाल है। यहां आने वाले यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्टेशन परिसर में कहीं मनमानी दिख रही है तो कहीं सुरक्षा में सेंध लग रहा है। आलम यह है कि वातानुकूलित प्रतीक्षालय में सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोई कर्मचारी या सिपाही की तैनाती नहीं की गई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जंक्शन के विभिन्न प्लेटफॉर्म का मुआयना किया तो सुरक्षा से लेकर सुविधा तक की बदहाली दिखी।

प्लेटफॉर्म पर वेंडर्स का अतिक्रमण
पटना जंक्शन के ज्यादातर प्लेटफॉर्म पर स्टॉल संचालकों द्वारा मनमानी की जा रही है। स्टॉल संचालक अपना सामान स्टॉल के अंदर न रखकर स्टॉल के बाहर रख रहे हैं। जिस वजह से ट्रेन से आने-जाने वाले यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

हो रही पानी की बर्बादी
जंक्शन के अधिकांश प्लेटफॉर्म पर पानी की बर्बादी रोकने के लिए पटना जंक्शन प्रशासन न तो कर्मचारियों को जागरूक कर रहा है न ही इसे रोकने का कोई उपाय कर रहा है। ट्रेन के शौचालयों में भरने के लिए पटरी किनारे लगी पानी की पाइप खराब है। मरम्मत के अभाव में पाइप से हमेशा पानी निकलता रहता है।

अनधिकृत वेंडर बेच रहे हैं पेय पदार्थ
जंक्शन पर प्रशासन की लापरवाही की वजह से कई ऐसे वेंडर हैं जो रेलवे की ओर से अधिकृत नहीं है बावजूद स्टेशन परिसर में पानी सहित अन्य खाद्य पदार्थ की बिक्री कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन इसे रोकने के लिए कोई उपाय नहीं कर रहा है। इससे स्टेशन परिसर के साथ ही ट्रेन और यात्रियों की सुरक्षा को भी खतरा है।

एस्कलेटर खराब, बुजुर्ग-दिव्यांग परेशान
जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 10 पर लगा एस्केलेटर खराब है। यहां 'कार्य प्रगति पर हैÓ का बोर्ड लगा कर जिम्मेदारी से मुक्ति पा ली गई है। इसे ठीक करने की जहमत नहीं उठाई जा रही है। यात्रियों की मानें तो करीब तीन-चार से बोर्ड लगा है। एस्केलेटर खराब होने से सबसे अधिक समस्या दिव्यांग व बीमार यात्रियों को होती है। जो सीढ़ी चढ़ प्लेटफॉर्म नंबर 10 पर जाते हैं। मगर रेलवे प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

बोतल क्रशर मशीन खराब
पटना जंक्शन पर गंदगी फैलने से रोकने के लिए परिसर में बोतल क्रशर मशीन लगाई गई थी। कुछ दिनों तक मशीन की चर्चा रही। लोग भी पानी की खाली बोतल इस मशीन में डालते थे बदले में यात्रियों को एक कूपन मशीन के माध्यम से मिलता थे जिसे वे प्लेटफॉर्म पर शॉपिंग के समय उपयोग करते थे। कुछ दिनों बाद मशीन खराब हुई तो आज तक उसी हालत में पड़ी है।

सुरक्षा में सेंध
पटना जंक्शन से खुलने वाली पैसेंजर ट्रेनों के कोच में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है दिखती। गुरुवार को कोच के पीछे वाले हिस्से में एक थैला बंधा हुआ दिखा। रिपोर्टर की नजर पड़ी तो रुक कर देखने लगा कि इसकी ओर रेल प्रशासन का ध्यान जाता है कि नहीं, लेकिन आधे तक इंतजार के बाद भी इस थैला को जांचने या हटाने को कोई नहीं आया। कोई अनहोनी न हो इसकी पड़ताल करने के लिए रिपोर्टर जब थैले के नजदीक जाकर देखा तो पता चला कि किसी ने कचरा भर कर थैला टांग दिया है। मगर कचरे की जगह अगर कोई विस्फोटक सामान होता तो ऐसे चीजों की अनदेखी से मामला गंभीर हो सकता था।

प्रतीक्षालय भी सेफ नहीं
पटना जंक्शन पर दानापुर मंडल का सबसे बड़ा वातानुकूलित प्रतीक्षालय है। अधिकारी भी इस बात को काफी गर्व से बताते हैं, लेकिन इस प्रतीक्षालय में यात्री और उनका सामान कितना सुरक्षित है, इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता। यात्री भी इस बात को लेकर चिंतित दिखते हैं कि प्रतीक्षालय में अगर कोई असामाजिक तत्व घुस गया तो क्या होगा। सूत्रों की मानें तो टेंडर खत्म होने की वजह से टिकट जांच के लिए भी कर्मी नहीं दिखे। इतना ही वातानुकूलित होने के बाद भी एसी की जगह यहां पंखा ही चलता है।

एस्केलेटर में मरम्मत का कार्य अभी चल रहा है। जल्द ठीक हो जाएगा। रही बात सुरक्षा की तो कुछ प्रतीक्षालय के लिए टेंडर हुआ है। जल्द ही समस्या का निदान हो जाएगा। प्लेटफॉर्म पर अगर अतिक्रमण है तो उसे दूर करेंगे।
- प्रभात कुमार, डीआरएम, दानापुर रेल डिविजन