रंगदारी मांगे जाने की शिकायत

डीजीपी ने बताया कि अभय पाण्डेय व उसके सहयोगी रितेश उर्फ मोनू, अनिल पाण्डेय, राहुल हर्षवर्धन उर्फ सन्नी पर कांड सत्य है। उन्होंने कहा कि अभय पाण्डेय व उसके सहयोगियों द्वारा रंगदारी मांगे जाने की शिकायत ब्रह्मेश्वर मुखिया से की गयी थी। इसके अलावा ब्रह्मेश्वर मुखिया के किसान संगठन में बढ़ती वारदात को देखते हुए भी इन लोगों ने मुखिया की हत्या कर दी।

काम करती रहेगी एसआईटी

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मृतक के शरीर से छह गोलियां आर-पार हुई हैं, पर घटनास्थल से तीन खोखे और एक जिन्दा कारतूस बरामद हुए। वहां से कोई गोली नहीं मिली। हालांकि दो दिन तक उसकी तलाश की गयी थी। डीजीपी ने कहा कि जबतक सीबीआई केस नहीं लेती, एसआईटी इंवेस्टिगेशन करती रहेगी। उसका कार्यकाल भी अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया गया है।

एक जून को हुई थी हत्या

पुलिस ने इस कांड में रितेश उर्फ मोनू, राहुल हर्षवद्र्धन उर्फ सन्नी और अनिल पाण्डेय को जेल भेज दिया है। इन लोगों ने पॉलीग्राफ नारको टेस्ट कराने से इंकार कर दिया है। डीजीपी ने कहा कि इससे भी इस कांड में उनकी संलिप्तता को बल मिलता है। अभय पाण्डेय के कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है 1 जून को रणवीर सेना सुप्रीमो और अखिल भारतीय राष्ट्रवादी किसान संघ के अध्यक्ष ब्रह्मेश्वर मुखिया की टहलने के दौरान उनके घर के पास ही गोलियों से भून डाला गया था। पुलिस की स्पेशल टीम उसकी जांच कर रही है।