-जिलावार, कोटिवार और विषयवार मेरिट लिस्ट जारी करने की कैंडिडेट्स ने की मांग

PATNA: एसटीईटी में सफल और मेरिट लिस्ट से बाहर हुए अभ्यर्थियों ने बुधवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान सचिवालय के घेराव का प्रयास किया, जिसमें पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बीएड उतीर्ण छात्र संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि परीक्षा में हजारों अभ्यर्थी सफल हुए है। इसमें काफी अभ्यर्थियों को केवल क्वालिफाइड घोषित करने के बाद उन्हें मेरिट लिस्ट में स्थान नही दिया गया।

मेरिट लिस्ट में जगह क्यों नहीं

उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ने 12 मार्च 2021 को एसटीईटी का रिजल्ट जारी करते हुए कहा था कि सीट से कम ही अभ्यर्थी पास हुए हैं ऐसे में सभी क्वालिफाइड अभ्यर्थी की नौकरी पक्की है। फिर मेरिट लिस्ट में अभ्यर्थियों को जगह क्यों नही मिल पाई। बीएड उतीर्ण छात्र संघर्ष समिति के महासचिव अनंत प्रकाश ऋषव ने सरकार से मांग की है कि जिलावार तथा कोटिवार और विषयवार मेरिट लिस्ट का प्रकाशन हो। वहीं, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बुधवार को कहा कि एसटीईटी की घोषित मेधा सूची से अभ्यर्थियों को परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। एसटीईटी में जो भी अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं उनकी पात्रता अगले चरण की होने वाली शिक्षक बहाली में बनी रहेगी। इसलिए कोई भी अभ्यर्थी परेशान न हों।

वैधता उम्र-सीमा तक रहेगी

शिक्षा मंत्री ने बताया कि एनसीटीई ने तो यह प्रावधान ही कर दिया है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में एक बार उत्तीर्ण होने पर उसकी पात्रता की वैधता उनकी शिक्षक बनने की उम्र-सीमा तक रहेगी। इस संबंध में राज्य सरकार के स्तर से भी अधिसूचना जारी की जा चुकी है। इससे पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर उसकी पात्रता महज सात साल तक ही रहती थी। इससे पहले बुधवार को एसटीईटी की मेधा सूची से नाखुश कई अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात की और अपनी बात उनके साने रखी। तब शिक्षा मंत्री ने सभी सफल अभ्यर्थियों को मेरिट में स्थान देने का आश्वासन दिया।