पटना (ब्यूरो)। गांधी मैदान में आयोजित सरस मेले में स्थानीय उत्पादों की जबरदस्त धूम है। यहां पर राज्य के कोने-कोने के उत्पाद उतारे गए हैं। स्थानीय कलाकारों को भी मेले में एक बड़ा बाजार मिल रहा है। यहां पर पूसा के शहद की मिठास है तो मधुबनी के मलमल की धूम है। वहीं फुलवारी शरीफ के साबुन तो बाढ़ के कलाकारों के आचार भी लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं।


मेले में पूसा से आए युवा उद्यमी संजय कुमार का कहना कि मेले में आनेवाले लोग मधु को काफी पसंद कर रहे हैं। यहां पर कई फूलों से बने मधु उतारा गया है, जिसमें सरसो, लीची के फूलों से बना मधु प्रमुख है। वहीं फुलवारी शरीफ के अरूण प्रकाश ने मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत उद्यम शुरू किया था उन्होंने यहां पर चंदन, गुलाब, नीम, तुलसी, रजनीगंधा, खस एवं बादाम के तेल से बने साबुन का स्टाल लगाया है। बाढ़ से आई किरण देवी का कहना है कि आचार उत्पादन महिलाओं के आगे बढऩे में काफी सहायक साबित हो रहा है। यहां पर आम, लहसुन, ओल आदि का आचार भी है। किरण देवी के अलावा किसान चाची का आचार भी लोग खूब पसंद कर रहे हैं।

मधुबनी के कलाकारों द्वारा कई तरह के वस्त्र उतारे गए हैं। मधुबनी के बुनकरों द्वारा तैयार मलमल लोगों को खूब पसंद आ रहा है। यहां पर खादी वस्त्रों की भी भरमार है। मधुबनी से आए राजिक अंसारी का कहना है कि मेला में सर्वाधिक मांग गर्म बंडी, कुर्ता, पायजामा, धोती, चादर आदि की है। यहां पर सासाराम के कलाकारों ने काला कंबल भी उतारा है। इसके अलावा काफी मात्रा में राज्य के बाहर से आए कलाकारों के उत्पाद भी लोग पसंद कर रहे हैँ।