पटना (ब्यूरो)। चैत्र नवरात्र व रामनवमी पर्व पर गुरुवार को श्रद्धालुओं ने अहले सुबह गंगा में डुबकी लगा शक्तिपीठों में बड़ी व छोटी पटन देवी, अगमकुआं शीतला माता मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में पूजा अर्चना किया। मंदिरों में रामायण व सुंदर कांड का पाठ किया गया। दुर्गा भक्तों ने भगवती के नवम् स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा किया। कुमारी पूजन व हवन के बाद अष्टमी का व्रत तोड़ा।

मारूफगंज में अदरक घाट पूजा समिति की ओर से बांग्ला विधि से पूजा-अर्चना के दौरान महानवमी पूजन व हवन का अनुष्ठान हुआ। शुक्रवार को महादशमी विहित पूजा के बाद कलश विसर्जन व प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा निकाली जायेगी।

सुबह से ही लगी थी कतार

शक्तिपीठ व देवी मंदिरों में सुबह से ही दर्शन पूजन के लिए भक्तों ने कतारबद्ध होकर पूजा-अर्चना की। शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी में महंत विजय शंकर गिरी की देखरेख में वैदिक रीति से पूजा के बाद मंगला आरती से दर्शन पूजन व हवन को देर शाम तक भक्तों की भीड़ उमड़ी। सिद्धपीठ छोटी पटनदेवी में महंत अभिषेक अनंत द्विवेदी व विवेक द्विवेदी के देखरेख में हवन के बाद कन्या पूजन का अनुष्ठान कराया गया। अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर में पंकज पुजारी,जय प्रकाश पुजारी, अमरनाथ बबलू, छोटू पुजारी व सुनील पुजारी की देखरेख में भगवती की पूजा अर्चना की गई। वहीं गड़हा स्थित पटनदेवी मंदिर,सर्व मंगला देवी मंदिर गुलजारबाग में द्वारिकानंद मिश्र ने मंगल आरती कराई। वहीं अन्य देवी मंदिरों में गुड़ की मंडी स्थित पीतांबरा मंदिर, मंगल तालाब स्थित काली मंदिर व खाजेकलां के अलावा अन्य मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की कतार लगी रही। उधर बिस्कोमान गोलंबर कालोनी काली मंदिर में चल रहे देवी भागवत पर कथा आचार्य गिरिशानंद जी महाराज ने कथा कही। शुक्रवार को हवन पूजन व भंडारा के साथ धार्मिक अनुष्ठान होगा।