पटना (ब्यूरो)। श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट द्वारा नागा बाबा ठाकुरबाड़ी में आयोजित रामलीला महोत्सव के सातवें दिन श्रीराम केवट संवाद की लीला से आरंभ कर दशरथ के पुत्र वियोग में प्राण त्याग तक का मंचन देख भाव विभोर हुए रामभक्त श्रद्धालु।

मंचनकर्ता वृंदावन के स्वामी गिरिराज विशिष्ठ के निर्देशन में सातवें दिन की लीला में दिखाया गया कि सुमंत जी को अयोध्या के लिए विदा करने के बाद श्री राम केवट से नाव लाकर पार उतारने के लिए कहते हैं। केवट कहते हैं-

छुअत सिला भइ नारि सुहाई। पाहन तें न काठ कठिनाई॥

तरनिउ मुनि घरिनी होइ जाई। बाट परइ मोरि नाव उड़ाई॥
प्रभु! आपका चरण स्पर्श होते ही पत्थर की शिला सुंदरी स्त्री हो गई। मेरी नाव तो काठ की बनी है, काठ तो पत्थर जैसा कठोर भी नहीं होता। मेरी नाव भी मुनि की स्त्री हो जाएगी तो मैं लुट जाऊंगा। क्योंकि यही नाव मेरे जीवन यापन का साधन है। इसीलिए हे नाथ! मैं पहले आपका चरण पखार लूंगा फिर आपको नाव पर चढ़ा लूंगा और पार उतार दूंगा। मैं आपसे कुछ उतराई नहीं चाहता। एक बार जिनका नाम स्मरण करते ही मनुष्य अपार भवसागर के पार उतर जाते हैं और जिन्होंने वामनावतार में जगत को तीन पग से भी छोटा कर दिया था, वही कृपालु श्री रामचन्द्रजी गंगाजी से पार उतारने के लिए केवट का निहोरा कर रहे हैं। केवट ने प्रभु श्रीराम को गंगा के पार उतार दिया।

पिय हिय की सिय जाननिहारी। मनि मुदरी मन मुदित उतारी॥
कहेउ कृपाल लेहि उतराई। केवट चरन गहे अकुलाई॥
पति के हृदय की जानने वाली सीताजी ने आनंद भरे मन से अपनी रत्न जडि़त अंगूठी अंगुली से उतारी। कृपालु श्री रामचन्द्रजी ने केवट से कहा, नाव की उतराई लो। केवट ने व्याकुल होकर चरण पकड़ लिए और कहा - हे नाथ! आज मैंने क्या नहीं पाया! मेरे दोष, दु:ख और दरिद्रता की आग आज बुझ गई है। मैंने बहुत समय तक मजदूरी की। विधाता ने आज बहुत अच्छी भरपूर मजदूरी दें।

भगवान की आरती कर शुरू हुई लीला
लीला के आरम्भ में दीप प्रज्वलन एवं भगवान की आरती में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, विधायक संजीव चौरसिया, बिहार चेंबर के नए अध्यक्ष सुभाष पटवारी, दशहरा कमिटी के अध्यक्ष अरुण कुमार, संयोजक मुकेश कुमार नन्दन, सह-संयोजक राकेश कुमार और मनीष सिन्हा, रामलीला संयोजक प्रिंस कुमार राजू, सह संयोजक आशु गुप्ता, महासचिव राकेश मल्होत्रा, संस्थापक सचिव डा। टीआर गांधी, चेयरमैन कमल नोपानी, कोषाध्यक्ष धनंजय कुमार, सुजय सौरभ एवं राजेश बजाज, सह-कोषाध्यक्ष संजय कुमार, उपाध्यक्ष सुषमा साहू, मीडिया प्रभारी एमपी जैन, सुरेश झुनझुनवाला आदि मौजूद रहे।