पटना ब्यूरो।अगर आप समय अभाव में घरेलू भोजन की जगह जंक फूड खाकर भूख मिटा रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है। जंक फूड की सेवन से धमनियों (नसों) पर असर पड़ रहा है। जिससे यूथ में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ा है। ये हम नहीं हार्ट समिट 2024 में आए एक्सपर्ट डॉक्टरों ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बातचीत में कहीं। डॉक्टरों ने बताया कि टीन ऐज के युवाओं की धमनियों को जंक फूड कठोर बना रहा है। धमनियों सख्त होने से युवाओं को स्ट्रोक और दिल का दौरा पड़ रहा है। इसके साथ ही कोविड पॉजिटिव से ठीक होने वाले युवाओं को भी हार्ट की बीमारी अपनी चपेट में ले रहा है। पढि़ए रिपोर्ट
सही डायट भविष्य की बीमारियों को करेगा दूर
हार्ट समिट में आए एक्सपर्ट डॉ। नीरज सिन्हा ने बताया कि गलत लाइफस्टाइल के कारण बच्चे जंक फूड डाइट पर जीवन जी रहे हैं। ऐसे लोगों में तुरंत बीमारी का लक्षण नहीं दिखता है, मगर भविष्य में दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा रहता है। यही कारण है कि युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि कई लोगों में जन्मजात धमनियों में गड़बड़ी रहता है। जिसे लोग समझ नहीं पाते हैं। समय के साथ उम्र बढऩे लगता है। युवा अवस्था में आने पर ब्लाकेज होने पर हार्ट अटैक होता है। उन्होंने बताया कि समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श लेते रहें।
कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक का प्रमुख कारण
डॉ। नीरज सिन्हा ने बताया कि जंक फूड खाने से कोलेस्ट्रॉल बढऩे लगता है। मोम की तरह दिखने वाले चिपकीय पदार्थ के बढऩे से खून की नसें ब्लॉक होने की संभावना रहती है। ऐसा होने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। उन्होंने बताया कि आज कल यूथ पिज्जा, बर्गर सहित अन्य खाद्य पदार्थ को भोजन के तौर पर लेते हैं। लगातार अधिक मात्रा में जंक फूड खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है। इसलिए अधिक मात्रा में जंक फूड खाने से बचे।
कोविड पॉजिटिव पेशेंट अधिक प्रभावित
एनएमसीएच से रिटायर्ड डॉक्टर प्रो। ललित किशोर ने बताया कि कोविड के बाद हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। उन्होंने बताया कि कोविड पॉजिटिव युवाओं के हार्ट पर ज्यादा असर पड़ा है। कोविड उबरने के बाद भी वे पूरी तरह से स्वस्थ्य नहीं हुए हैं। ऐसे लोगों के हार्ट कमजोर हो गया है। उन्होंने बताया कि सर्तकता नहीं बरतने ऐसे युवा हार्ट के मरीज बन रहे हैं।
हार्ट अटैक के लक्षण
सांस फूलना, सीने के बीच में या बांईं ओर 15 मिनट से अधिक देर तक दर्द उठना, ज्यादा पसीना आना
सोडियम की खपत करें कम
एक्सपर्ट डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट अटैक से बचने के लिए डाइट में सोडियम की खपत कम करें। जंक फूड को चटपटी बनाने के लिए सोडियम का प्रयोग किया जाता है। सोडियम की ज्यादा मात्रा से ब्लड पतला होने लगता है जिससे ब्लड फ्लो बढ़ता है। एक अध्ययन में पाया गया है कि रोजाना 5 ग्राम तक नमक खाना हार्ट के लिए सुरक्षित होता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा नहीं बढ़ता है। होटल मौर्या में आयोजित हार्ट समिट में डॉ। डीके श्रीवास्तव, डॉ। सीपी ठाकुर, डॉ। विपिन कुमार, डॉ। विनित कुमार, डॉ। एके झा, चीफ गेस्ट के तौर पर पद्मश्री उपेन्द्र कौल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे.