-नेपाल के तराई क्षेत्र में हो रही बारिश से कोसी में उफान

MUZZAFARPUR/BHAGALPUR: प्रदेश में फ्राइडे को भी जमकर बारिश हुई। इससे कोसी, बागमती, गंडक, कमला बलान, गंगा, लालबकेया आदि नदियां उफनने लगी है। पश्चिम चंपारण में गंडक का जलस्तर 1.94 लाख क्यूसेक पहुंच गया। वीटीआर प्रशासन ने भी हाईअलर्ट जारी किया है। वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 2.06 लाख क्यूसेक पानी गंडक में डिस्चार्ज करने से बैरिया, नौतन और योगापट्टी प्रखंड के दियारे में पानी फैल गया है। गंडक में पानी छोड़ने के कारण गोपालगंज के निचले इलाके के तीन दर्जन से अधिक गांवों में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। पूर्वी चंपारण में बागमती और लालबकेया नदी उफनाने लगी है। कई गांवों के खेतों में पानी फैलने लगा है। गंडक, बूढ़ी गंडक व तिलावे के जलस्तर में भी वृद्धि दर्ज की गई है।

कमला बलान डेंजर लेवल पर

मधुबनी जिले में जयनगर में कमला बलान डेंजर लेवल पर है। वहीं, झंझारपुर में खतरे के निशान से 0.90 मीटर ऊपर है। अधवारा समूह की नदियों का पानी भी बढ़ा है। खेतों से होकर पानी के बहाव के कारण पूर्व में रोपे गए धान पर खतरा मंडराने लगा है।

कई गांवों में फैलने लगा पानी

उधर, सुपौल में कोसी नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है। मुख्य कोसी के नेपाल एवं भारतीय प्रभाग के सभी तटबंध, स्पर एवं विभागीय अन्य सभी संरचनाए पूर्णत: सुरक्षित और दबाब मुक्त हैं। सहरसा में कमला बलान नदी के जलस्तर में वृद्धि से कई गांवों और बहियारों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। इससे इन क्षेत्रों में लगी धान की फसल बाढ़ में डूब गई है।