PATNA: उत्तर बिहार की पांच प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है। अन्य नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बागमती, कोसी, कमला बलान, भूतही बलान, अधवारा समूह, महानंदा, लालबकेया, घाघरा और गंडक नदियों का पानी कई जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गया है। हालांकि सुकून है कि गंगा अभी खाली है। जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है। जिससे पानी का बहाव आसानी से हो जा रहा है।

गंडक लाल निशान से ऊपर

जल संसाधन मंत्री संजय झा ने बताया कि झंझारपुर में कमला नदी के बांध पर कटाव शुरू हो गया था, किंतु विभाग की तत्परता के कारण तुरंत उसकी मरम्मत कर ली गई। हालात नियंत्रित है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बागमती के तेवर तीखे होते जा रहे हैं। सीतामढ़ी में यह पांच और मुजफ्फरपुर में एक स्थान पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। ढेंग में लाल निशान से एक मीटर 54 सेमी, सोनखान में एक मीटर 48 सेमी और डुबाधार में 53 सेमी ऊपर बह रही है। मुजफ्फरपुर के बेनीबाद में भी लाल निशान से 66 सेमी ऊपर है। पूर्वी चंपारण में लालबकेया का भी यही हाल है। लाल निशान 1.18 मीटर ऊपर बह रही है। कमला नदी झंझारपुर में 95 सेमी और जयनगर में 2.15 मीटर ऊपर है। बालतारा में कोसी 72 सेमी ऊपर चढ़ गई है। हालांकि डिस्चार्ज बराह क्षेत्र में घटकर 2.22 लाख धनसेक से 1.77 लाख घनसेक पर पहुंच गया है। किंतु बराज पर 2.44 लाख घनसेक डिस्चार्ज हो रहा है। गंडक नदी डुमरियाघाट में 36 सेमी लाल निशान से ऊपर है।