-मिट्टी-गिट्टी और बालू के कारोबार को लेकर सरकार की नीतियों के विरोध में जली आंदोलन की आग

क्कन्ञ्जहृन्: बिहार पूरे दिन आंदोलन की आग में जलता रहा। गुरुवार की सुबह से लोगों की सांस अटकी रहीं और कई की तो जान ही निकल गई। राजद के उग्र आंदोलन में सड़क से लेकर घर तक लोग सहमे रहे। बाजार से लेकर स्कूल तक सब प्रभावित रहा जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया। दवा से लेकर खाने-पीने के सामानों पर भी राजनीति का उग्र प्रदर्शन भारी पड़ा। पटना में 5 कारोड़ से अधिक का कारोबार प्रदर्शन से प्रभावित रहा।

आक्रामक रूख से शुरू हुई बंदी

राजद नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार की सुबह बंदी की शुरुआत आक्रामक रूख से की। कार्यकर्ता और नेता गुरुवार को बिहार बंद कराने के लिए आक्रामक रुख से सड़क पर पूरी ताकत से लग गए। पटना सहित बिहार के अधिकांश शहरों में जनजीवन ठहर सा गया। पटना में सुबह से लेकर दोपहर दो बजे तक आंदोलन की आग जलती रही।

थम गए ट्रेनों के पहिए

बिहार बंद के दौरान गुरुवार को रेल यातायात बुरी तरह चरमरा गया। बंद समर्थकों ने सुबह से रेल पटरियों पर कब्जा कर ट्रेनों को रोक दिया। इससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। दानापुर मंडल के पटना-गया रेलखंड के जहानाबाद, परसा बाजार, बिहारशरीफ स्टेशन, किउल-गया रेलखंड के वारिसलीगंज, दीघा हॉल्ट के पास बंद समर्थकों ने ट्रेन रोककर उत्पात मचाया।

इन प्रमुख ट्रेनों का रोका गया

ट्रेन कहां बाधित कब से कब

भभुआ इंटरसिटी परसा बाजार 9:00 से 13.04 बजे तक

श्रमजीवी एक्स पावापुरी 8.35 से 9.02 बजे

संपर्क क्रांति दीघा रेल पुल 10.07 से 11.16 तक

जनहित एक्स पाटलिपुत्र 10.10 से 11.25 बजे तक

गया सवारी पोठही 11.30 से 12 बजे तक

गया सवारी जहानाबाद 10.48 से 12 बजे तक

सवारी गाड़ी टानप 9.15 बजे से 13.20 बजे तक

सवारी गाड़ी नवादा- वारिसलीगंज 9.30 बजे से 10.25 बजे तक