पटना (ब्यूरो)। आज हाल-ए- बयां आपके सामने है पाटलिपुत्र अंचल स्थित पटेल नगर नाला का। मुख्य रूप से वार्ड सात के अंतर्गत इस नाला का एक हिस्सा उत्तरी पटेल नगर और दूसरा पश्चिमी पटेल नगर को छूता है। नगर निगम की ओर से पटेल नगर नाला पर सड़क बनाये जाने का प्रस्ताव है। लेकिन यह नाला कब तक बनेगा और नगर विकास विभाग इस नाले पर कब रूचि लेगा, यह तो आने वाला समय ही बताया। फिलहाल सड़क बनाये जाने की कोई सुगबुगाहट नहीं है। नाला का दोनों छोर का हिस्सा क्षतिग्रस्त है और नाले में जगह-जगह सूखे कचरे की भरमार भी है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इस नाले का विजिट किया और इससे जुड़ी समस्याओं की पड़ताल की। पेश है रिपोर्ट।

कई बार लोग गिर चुके हैं नाले में
पटेल नगर नाला में कई लोगों के गिरने की घटना समय-समय पर हो चुकी है। लेकिन जिम्मेदार इसका संज्ञान नहीं ले रहे हैं। स्थानीय निवासी मंटू यादव ने कहा कि जिम्मेदार लोगों की लापरवाही का यह जीता-जागता नमूना है। दोनों ओर सड़क है और बीच में नाला। लेकिन नाला की बैरिकेडिंग या दीवार ही नहीं है। दीवार पहले बनी थी जो कि अभी लगभग क्षतिग्रस्त होकर नाले में समा चुकी है। वहीं, स्थानीय निवासी रंधीर पुरोहित ने कहा कि यह सच है कि नाला पर सड़क बनाये जाने की घोषणा पहले भी की गई थी। लेकिन सब झूठी बात साबित हुई है।

सड़क बनने से बदल जाएगी सूरत
स्थानीय नागरिक मुकेश कुमार ने बताया कि नाला वर्तमान में 20 फीट चौड़ा है जो कि बाबा चौक से शिवपुरी तक बहता है। शिवपुरी से यह आगे राजापुर नाला में मिल जाता है। फिलहाल नाला 20 फीट का है और इसके दोनों हिस्सों पर दस-दस फीट की सड़क है। इस प्रकार नाला पर सड़क बन जाए तो यह 40 फीट की सड़क हो जाएगी। निश्चित तौर पर सड़क बन जाने से इसकी सूरत बदल जाएगी। सबसे अच्छी बात होगी कि अटल पथ के समांतर एक सड़क कई मुहल्लों को मिल जाएगा।

कई मुहल्लों से होकर है बहता
यह नाला बदलते शहर का साक्षी है और एक जमाने में इसे स्थानीय लोग नदी के तौर पर जानते थे, जो अब नाला है। यह कहना है स्थानीय निवासी बलदेव सिंह और सिद्धेश्वर सिंह का। इन्होंने बताया कि कभी एक जमाने में इस नाला के दोनों हिस्सों में खेती होती थी। तब इसे बिचलकी नदी के नाम से जाना जाता था। वर्तमान में इस नाला के पास से पूर्वी पटेल नगर, पश्चिमी पटेल नगर, उत्तरी पटेल नगर, महेश नगर, इंद्रपुरी का कुछ हिस्सा आदि शामिल है। जानकारी हो कि इस नाले के पास कई सरकारी अधिकारी और इंजीनियरों का घर है, लेकिन नगर विकास विभाग की ओर से अब तक कोई निर्णय नहीं होने से इसका बुरा हाल है। खास कर रात में कई लोग इस नाले में गिर जाते हैं। हादसे होते ही रहते हैं।

बन चुकी है सहमति
बात 16 मई, 2022 की है। स्मार्ट सिटी की बैठक में पटना के अन्य नालों के साथ पटेल नगर नाला की भी चर्चा हुई थी। इसमें निगम कमिश्नर अनिमेश कुमार पराशर की मौजूदगी में स्मार्ट सिटी की एडवाइजरी फोरम में पटेल नगर नाला पर सड़क बनाये जाने पर सहमति हुई थी। लेकिन इसके बाद से इस मामले पर आगे कोई चर्चा नहीं हुई। इस बारे में निगम के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है।