पटना (ब्यूरो)। सीएम नीतीश कुमार ने मंगलवार को नालंदा, नवादा एवं गया में गंगा जल को इन जिलों में पहुंचाने की योजना की प्रगति का जायजा लिया। गया जिले के मोहड़ा प्रखंड के तेतर होते हुए मानपुर स्थित अबगिला पहुंचे मुख्यमंत्री ने गंगा उद्वह परियोजना और विष्णुपद के देवघाट पर बन रहे रबर डैम का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को कहा कि अगस्त तक इस परियोजना और रबर डैम के कार्यों को पूरा कर लें। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को भरोसा दिया कि दोनों योजनाओं का कार्य अंतिम चरण में है। गंगा उद्वह परियोजना की लंबाई करीब 491 किलोमीटर है। इसमें सिर्फ एक किलोमीटर का कार्य शेष है। रबर डैम 2023 में पूरा करना था, जो अगस्त में पूरा हो जाएगा।
विकास के लिए मांगा आशीर्वाद
मुख्यमंत्री ने सीताकुंड पर रबर डैम के कार्य का पीपीटी के माध्यम से अवलोकन किया। यहां से मुख्यमंत्री भगवान विष्णु के दरबार में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने राज्य में अमन-चैन, शांति-समृद्धि और विकास के लिए आशीर्वाद मांगा। यहां से ब्रह्मयोनि पहाड़ पर पहुंचकर वहां बनी जलमीनार का भी जायजा लिए। यहां से अवलोकन के बाद मुख्यमंत्री बोधगया पहुंचे। वहां भगवान बुद्ध को नमन किए। महाबोधि मंदिर में मुख्यमंत्री को बीटीएमसी की ओर से खादा देकर सम्मानित किया गया। जल संसाधन व जनसंपर्क विभाग के मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, दीपक कुमार, सचिव संजय अग्रवाल, प्रभारी डीएम सुमन कुमार, वरीय पुलिस अधीक्षक हरप्रीत कौर, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा आदि मौजूद थीं।
रिजर्ववायर का किया निरीक्षण
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को नवादा के मोतनाजे गांव व नालंदा के राजगीर में गंगाजल आपूर्ति का स्थलीय निरीक्षण किया। सीएम ने कहा कि जून-जुलाई तक यहां गंगाजल पहुंचा दिया जाएगा। सीएम ने नवादा के नारदीगंज प्रखंड की दोहड़ा पंचायत के मोतनाजे गांव में जल उपचार प्लांट, डिटेंशन टैंक, पंप हाउस, क्लोरीन हाउस, फिल्टर बेड, यूटिलिटी भवन, केरली फ्लोकुलेटर, केमिकल हाउस, गाद कूप, वाश वाटर टैंक आदि का निरीक्षण किया। यहां के बाद सीएम ने राजगीर में गंगा जल के रिजर्ववायर का निरीक्षण किया।

पाइन लाइन बिछाने का कार्य लगभग हुआ पूरा
उन्होंने कहा कि पाइपलाइन बिछाने का कार्य करीब-करीब पूरा हो चुका है। उन्होंने संग्रहित गंगाजल की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी तय कर दी। कहा, नवादा जिले के जल संग्रहण क्षेत्र की सुरक्षा नवादा जिले के जिम्मे होगा। पुलिस चौकी भी स्थापित होगी। जल संग्रहण क्षेत्र में आने-जाने पर प्रतिबंध होगा। राजगीर के घोड़ा कटोरा में पहाड़ों की तरफ से दीवार बनाकर पानी को स्टोर किया जाएगा। इससे जलस्तर मेंटेन रहेगा। नालंदा के लिए भी यही शर्त रहेगी।

चार माह होगा संग्रह, सालोभर होगी आपूर्ति
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के लिए 70 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है। उसी में 10 एकड़ में गंगाजल स्टोर किया जाएगा। बताया कि नवादा के मोतनाजे में गंगा जल को पीने योग्य बनाकर नवादा, राजगीर, गया एवं बोध गया में आपूर्ति की जाएगी। बरसात के चार महीनों में पानी संग्रह किया जाएगा। शेष आठ महीने उसी पानी की आपूर्ति होगी। सीएम ने कहा कि जब हमने साल 2019 में जल-जीवन- हरियाली योजना शुरू की थी तो उसी समय तय कर लिया था कि मोकामा के हाथीदह से गंगाजल को पाइप के जरिए राजगीर, नवादा व गया ले जाएंगे। आज वह परिकल्पना पूरी होती दिख रही है।