-स्टूडेंट्स, पेरेंट्स ने सीबीएसई से की इसकी शिकायत

PATNA: सीबीएसई 10वीं के परीक्षा परिणामों में पटना के लिट्रा वैली स्कूल के 17 स्टूडेंट्स को 500 में से 499 अंक मिलने पर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर संयम भारद्वाज से शिकायत की है। सीबीएसई के एक अधिकारी के अनुसार स्कूलों को पूर्व के वर्षों का अंक अपलोड करने को कहा गया था। अंतिम क्षणों में इस स्कूल का रिजल्ट अपलोड किया गया। रिजल्ट जारी करने के फार्मूले को सुप्रीम कोर्ट से भी अनुमोदन प्राप्त है। स्कूल द्वारा फार्मूले में छेड़छाड़ की गई है तो यह जांच का विषय है।

मिलीभगत का आरोप

बिहार पब्लिक स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के चेयरमैन डा। डीके सिंह ने कहा कि छात्रों के साथ नाइंसाफी हुई है। कई स्कूलों ने सीबीएसई से मिलीभगत कर मनमाने अंक दिए हैं। उन्होंने मांग की कि गड़बड़ी करने वाले स्कूलों के परिणाम की दोबारा जांच की जाए।

असंतुष्ट स्टूडेंट देंगे एग्जाम

सीबीएसई 10वीं के रिजल्ट से कई स्टूडेंट असंतुष्ट हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के आलोक में अब भी परीक्षा देने का विकल्प खुला है। इसके लिए सीबीएसई की ओर से 16 अगस्त से 15 सितंबर के बीच सुधार और कंपार्टमेंटल परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। जल्द ही परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। सीबीएसई के अनुसार, 16 अगस्त से होने वाली परीक्षा में केवल मुख्य विषयों की ही परीक्षा होंगी। इसके तहत छात्र शारीरिक शिक्षा, अंग्रेजी कोर, बिजनेस स्टडीज, रसायन-विज्ञान, अर्थशास्त्र, अकाउंटेसी, जीव विज्ञान, समाजशास्त्र, इंफोर्मेशन प्रेक्टिस, गणित, ¨हदी इलेक्टिव-कोर, कम्प्यूटर साइंस, भूगोल, मनोविज्ञान, गृह विज्ञान, इतिहास व भौतिक विज्ञान विषय की ही परीक्षा होगी।

बीएम दास रोड पर घंटों हंगामा

सीबीएसई 10वीं के रिजल्ट को लेकर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स में असंतोष है। इन्होंने स्कूलों पर पैसा लेकर अंक देने का आरोप लगाया हैं। कई स्कूलों पर बुधवार को छात्रों ने हंगामा किया। इसमें बीएम दास रोड स्थित टी रजा हाई स्कूल के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने जमकर हंगामा किया। मौके पर पीरबहोर थाना से बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंची। स्टूडेंट्स ने बताया कि रिजल्ट में उनके साथ बहुत धोखा किया गया। बेहद कम अंक दिए गए हैं। अधिकांश 40 से 55 प्रतिशत तक अंक दिए गए हैं। इससे उनका करियर बर्बाद हो जाएगा। वे कहीं एडमिशन लेने लायक नहीं रह जाएंगे। यहां आक्रोशित स्टूडेंट्स ने बताया कि करीब 500 ऐसे पीडि़त स्टूडेंट्स हैं। स्टूडेंट्स के साथ बड़ी संख्या में पेरेंट्स भी मौजूद थे।