-स्कूल का भवन नहीं और अस्पताल में कर्मी नहीं

PATNA/BIHARSHARIFF: यह किसी अजूबा से कम नहीं है। जी हां, अस्पताल में स्कूल चलते कहीं आपने देखा है? यह नजारा शेखपुरा जिला के घाटकोसुम्भा ब्लॉक के गगौर गांव में देख सकते हैं। गांव में इलाज के लिए बनाए गए अस्पताल में स्कूल चल रहा है। इसकी असलियत जानने की कोशिश में यह खुलासा हुआ कि जो सरकारी स्कूल अस्पताल में चल रहा है उस स्कूल का आज तक भवन नहीं बन सका और जो भवन अस्पताल के लिए बना उसके लिए सरकार ने किसी कर्मी की पो¨स्टग ही नहीं की।

सांसद ने बनवाया था भवन

ग्रामीण बताते हैं कि स्वास्थ्य केंद्र के भवन का निर्माण बीस साल पहले क्षेत्रीय सांसद स्व। राजो सिंह ने गगौर में बनवाया था। सांसद कोष की राशि से भवन तो बनवा दिया लेकिन स्वास्थ्य विभाग से इसकी स्वीकृति नहीं मिल पाई फलत: भवन में आज तक किसी कर्मी की बहाली या प्रतिनियुक्ति नहीं हो सकी। इस वजह से लाखों रुपए की लागत से बना भवन वर्षो से यूं ही वीरान पड़ा है। दूसरी ओर गगौर के केवट टोला में चल रहे प्राइमरी स्कूल का अभी तक भवन नहीं बन पाया है। स्कूल पहले सामुदायिक भवन में चलता था। सामुदायिक भवन जर्जर होने से स्कूल वीरान पड़े अस्पताल भवन में चल रहा है।

गगौर के इस स्कूल सहित जिले में ऐसे करीब तीन दर्जन सरकारी विद्यालय हैं जिसका अपना भवन नहीं है। जमीन नहीं मिलने से स्कूल भवन नहीं बन रहा है। गगौर के इस स्कूल को मिडिल स्कूल में टैग किया गया है।

-मदन राय, डीपीओ, सर्वशिक्षा