-बुजुर्गो को दूसरी और बच्चों को पहली डोज देने के लिए चलेगा अभियान

PATNA: फिलहाल भले ही कोरोना की तीसरी लहर का प्रकोप बिहार में कम है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग तीसरी लहर की आशंका को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। जिलों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर की आशंका के बीच समाज कल्याण विभाग की मदद से आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को प्रभार वाले प्रखंड की पंचायत के हर घर में जाकर बच्चों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गो की स्क्रीनिंग कर डाटा तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

आशंका को देखते हुए अलर्ट

देश के वैज्ञानिक और विशेषज्ञ यह चिंता जता रहे हैं कि कोविड की तीसरी लहर में सबसे अधिक खतरा बच्चों और बुजुर्गो पर है। इसकी एक वजह यह भी है कि बच्चों का वैक्सीनेशन अभी तक शुरू नहीं हो पाया है, जबकि बिहार में बुजुर्गो का वैक्सीनेशन फिलहाल अन्य आयु वर्ग की तुलना में कम हो पाया है। गांव-गांव बच्चों और बुजुर्गो की स्क्रीनिंग से विभाग दो बातों को लेकर आगे की योजना बनाएगा। पहला 12 वर्ष से अधिक आयु के राज्य में कितने बच्चे हैं व राज्य में 60 से अधिक उम्र के कितने बुजुर्ग हैं, जिन्होंने कम से कम टीके की एक डोज ली है और कितने अब तक वैक्सीनेशन से वंचित हैं। इसके आधार पर ही भविष्य की प्लानिंग की जानी है।

फोकस वैक्सीन की दूसरी डोज पर

विभाग ने आधिकारिक तौर पर बताया कि फिलहाल सबसे अधिक जोर इस बात पर है कि 60 से अधिक आयु के लोगों के साथ ही अन्य को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा सके। इसके लिए विभाग ने अलग से अभियान भी प्रारंभ करेगा। फिलहाल अभियान की तिथि तय नहीं है, लेकिन जल्द ही अभियान प्रारंभ होगा ऐसा विभाग का दावा है।

एक नजर में वैक्सीनेशन

-बिहार में अब तक 3,86,13,313 लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।

-इसमें 77,54,861 डोज ही 60 से अधिक उम्र वालों ने ली है।

-अब तक 18-45 उम्र वाले 2,10,48,538 और 45-60 आयु वाले 98,12,914 लोगों का वैक्सीनेशन किया गया है।