क्कन्ञ्जहृन्: अपराध नियंत्रण में असफल साबित होने वाले बिहार के 17 जिलों के एसपी को स्पष्ट कर दिया गया है कि वे क्राइम पर प्रभावी तरीके से कंट्रोल करें, नहीं तो उनका ट्रांस्फर कर दिया जाएगा। बिहार पुलिस मुख्यालय अब राज्य के सभी 40 पुलिस जिलों में होने वाले अपराध का डाटाबेस तैयार कर संबंधित जिलों के एसपी से बात की जाएगी। ज्ञात हो कि बुधवार को सीएम नीतीश कुमार द्वारा राज्य की विधि-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान 17 जिलों को चिह्नित किया गया था। इन जिलों में प्रदेश के 60 परसेंट आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें अधिकतर मामले संगठित अपराध से जुड़े हैं। साथ ही इन जिलों में शराबबंदी के बावजूद शराब की तस्करी, चोरी-छुपे उसकी खरीद-बिक्री और अवैध रूप से देसी शराब बनाने के मामले भी लगातार सामने आते रहे हैं।

नहीं मिलेंगे अधिक अवसर

राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल ने कहा कि इन सभी 17 जिलों के पुलिस अधीक्षकों को पुलिस मुख्यालय तलब किया गया है। उधर, पुलिस मुख्यालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अब सरकार क्राइम कंट्रोल नहीं कर पाने वाले एसपी को ज्यादा अवसर नहीं देने जा रही है। अधिक आपराध वाले जिलों में नालंदा, भागलपुर, रोहतास, बेगूसराय, शेखपुरा, नवादा, कैमूर, गोपालगंज सहरसा, पूर्णिया, अरवल, वैशाली, बेतिया, मुजफ्फरपुर, मधेपुरा, कटिहार व बक्सर शामिल हैं।