- जनसहयोग से शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी का मकराना के संगमरमर से जीर्णोद्धार शुरू

- नगर विकास विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, दो द्वार तथा छह गुंबद का निर्माण होगा

- वर्ष 2021 के नवरात्र तक निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना

PATNA :

देश के 51 शक्तिपीठों में एक बड़ी पटनदेवी मंदिर भवन का जीर्णोद्धार मकराना के संगमरमर से मंगलवार को राजस्थान के कारीगरों द्वारा आरंभ कर दिया गया। मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बड़ी पटनदेवी के महंत विजय शंकर गिरि ने बताया कि मंदिर का गुंबद 63 फीट ऊंचा होगा। महंत ने बताया कि शुरूआत में भगवती के गर्भगृह में निर्माण प्रारंभ किया गया।

कार्तिक पूर्णिमा को पूजा-अर्चना के बाद भगवती के गर्भगृह से महालक्ष्मी, महाकाली तथा महासरस्वती की प्रतिमा को पूरब की ओर स्थापित करा दर्शन-पूजन कराया जा रहा है। मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य संपन्न होने के बाद भगवती फिर से गर्भगृह में स्थापित की जाएगी।

इस दौरान महापौर सीता साहू ने बताया कि बड़ी पटनदेवी के जीर्णोद्धार कार्य के लिए नगर विकास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है। प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद सरकारी स्तर पर भी विकास कार्य होगा। महापौर ने बताया कि गुलजारबाग स्टेशन को माता पटनेश्वरी स्टेशन करने के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर प्रस्ताव दिया जाएगा। तत्काल जनसहयोग से शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी का जीर्णोद्धार कार्य जारी रहेगा। संवाददाता सम्मेलन में वार्ड पार्षद विनोद कुमार, महापौर प्रतिनिधि शिशिर कुमार, अर¨वद कुमार समेत अन्य थे।

जीर्णोद्धार कार्य में जुटे राजस्थान के कारीगरों ने बताया कि मकराना संगमरमर पत्थर का रंग नहीं बदलता। मकराना संगमरमर का इस्तेमाल ताजमहल के निर्माण में हुआ है। महंत ने बताया कि सबकुछ ठीक रहा तो वर्ष 2021 के नवरात्र तक निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।