थानेदार सुनते नहीं, एसएसपी से मुलाकात संभव नहीं, आखिर न्याय मिलेगा तो कैसे

PATNA :

राजधानी पटना में अपनी ढपली अपना राग, वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। हर कोई अपने आप में मस्त है। नेता चुनाव जीतने को आतुर हैं। तो वहीं अपराधी अपराध में मस्त हैं और इन दोनों के पीछे पुलिस व्यस्त है। ऐसे में जनता पिस रही है। उनकी सुनने वाला कोई नजर नहीं आ रहा है। पीडि़त अपनी समस्याएं लेकर थाने पहुंच रहे हैं, लेकिन वहां उनकी सुनने वाला कोई नहीं होता है। थानेदार को चुनावी सरगर्मी की ड्यूटी से मुक्ति नहीं तो बड़े अधिकारियों को फरियादियों से मिलने की फुरसत नहीं है। ऐसे में पीडि़त लोग इधर से उधर भटक रहे हैं।

नहीं सुन रहे पीडि़त की

एक युवती के साथ रेप करने की कोशिश की गई। जिसकी शिकायत लेकर युवती थाने पहुंची तो उसकी एक नहीं सुनी गई। थानेदार की शिकायत लेकर पीडि़ता एसएसपी के कार्यालय पहुंची तो वहां पर एसएसपी नहीं मिले। दोपहर तीन बजे तक एसएसपी के आने का इंतजार किया, लेकिन वे नहीं आ सके। वह वापस लौट गई। एसएसपी कार्यालय पहुंचने वाली यह युवती अकेली नहीं थी, ऐसे कई लोग वहां पर पहुंचे हुए थे, लेकिन सभी वहां से मायूस होकर वापस लौट गए।

दर्ज नहीं हो रही रिपोर्ट

फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र में बदमाशों ने एक महिला से छेड़छाड़ मारपीट और रेप करने की कोशिश की। महिला जैसे-तैसे बची, लेकिन खतरा देखते हुए 22 अक्टूबर को पीडि़ता जब थाने पहुंची तो उसे टरका दिया गया। वह महिला फिर से थाने पहुंची। और रिपोर्ट दर्ज करने की गुहार लगाई। दूसरी बार में पुलिस ने कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया, लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की। पीडि़ता का कहना है कि एक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में छोड़ दिया।

दो दिन से लगा रही एसएसपी ऑफिस के चक्कर

थाना पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई होते न देख पीडि़ता न्याय की आस में दो दिन से एसएसपी कार्यालय भटक रही है, लेकिन एसएसपी से मुलाकात नहीं हो रही है। पीडि़ता ने कहा कि पुलिस और बड़े अधिकारियां का यह रवैया अपराधियों का मनोबल बढ़ाने वाला लगता है। क्या बड़ी वारदात होने के बाद ही पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करेगी।

अधिकारी की भी चिंता नहीं

कुछ पीडि़त ऐसे भी हैं जो शिकायत लेकर एसएसपी की चौखट पर गए और बमुश्किल मुलाकात होने के बाद एसएसपी की ओर से थाने को आदेश वाला पत्र ले गए, लेकिन इसके बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही है। पीडि़त जब थाने पहुंच रहे हैं तो थानेदार उनसे कहता है कि ऐसे आदेश रोजाना आते हैं, कुछ नहीं होने वाला है। क्यों भटक रहे हो। घर बैठो।

ऐसे ही एक पीडि़त हैं नौबतपुर के मूल निवासी रंजनधारी सिंह। इनकी जमीन सिवाला में है, जो कि साहपुर थाना क्षेत्र में पड़ती है। रंजनधारी सिंह की जमीन पर सुरेश प्रसाद नामक एक व्यक्ति ने कब्जा कर लिया है। इसकी शिकायत लेकर वे थाना साहपुर पहुंचे। थानेदार ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वह परेशान होकर एसएसपी के यहां पहुंचे। कई बार चक्कर काटने के बाद एसएसपी से उनकी मुलाकात 24 अक्टूबर को हुई। उनका आवेदन ले लिया गया। 27 अक्टूबर को वह रिसीविंग लेने के लिए एसएसपी कार्यालय पहुंचे। वहां से एक महिला पुलिस कर्मी ने रिसीविंग दे दी। इसके बाद वे थाने पहुंचे। रंजनधारी सिंह ने बताया कि थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों ने कहा कि क्यों भटक रहे हो। कुछ नहीं होने वाला। एसएसपी के यहां से रोजाना ऐसे पत्र आते हैं।

तुम मेरा कुछ नहीं कर सकते

रंजनधारी सिंह ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मेरी जमीन पर अवैध कब्जा किया है, वह कहता है कि मेरा कुछ नहीं कर सकते। मैं कोर्ट में चपरासी हूं। मेरा पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती है।

पुलिस नहीं कर रही है रिपोर्ट दर्ज

एसएसपी कार्यालय पर मारपीट, छेड़छाड़, रेप करने का प्रयास, जमीन पर कब्जे आदि की शिकायतें आ रही हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। थाना पुलिस मनमानी पर उतारू है। बड़े अधिकारियों से फरियादियों की मुलाकात नहीं हो पा रही है। दर्जनों लोग एसएसपी कार्यालय पहुंच रहे हैं।

किसी पीडि़त की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो रही है, तो यह बेहद गंभीर विषय है। इसकी जांच कराई जाएगी। जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित थानाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। चुनाव की वजह से भी पुलिस की व्यवस्ता बढ़ी है।

संजय सिंह, आईजी पटना रेंज