पटना (ब्यूरो)। बिहार पुलिस मुख्यालय से सिवान जहरीली शराब कांड के आरोपियों की धरपकड़ लगातार जारी है। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार लगातार इसकी मोनीटरिंग कर रहे हैैं। इस बीच इस शराब कांड में अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। के लकड़ीनबीगंज ओपी क्षेत्र के बाला गांव में रविवार को जहरीली शराब पीने से मंगलवार को भी दो लोगों की मौत हो गई। घटना के दूसरे दिन सोमवार को घटना स्थल से महज दो किलोमीटर दूर गोपालगंज के बैकुंठपुर ब्लाक में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। तीसरे दिन मंगलवार को भी उपचाराधीन बाला गांव निवासी दो लोगों की मौत हो गई। कुल मृतकों की संख्या नौ हो गई है। वहीं, सदर अस्पताल में तीन लोगों का इलाज चल रहा है।

मंगलवार को गई दो की जान

बाला गांव निवासी सुरेंद्र प्रसाद और पटना में उपचाररत दुलम रावत की मौत मंगलवार को हुई। जिला प्रशासन ने सुरेंद्र प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम करा स्वजन को सौंप दिया। वहीं, सदर अस्पताल के प्रबंधक एसरारुल हक ने बताया कि पीएमसीएच में मृत दुलम रावत के शव का पोस्टमार्टम वहीं होगा। इससे पूर्व मंगलवार की सुबह उपचाराधीन तीन मरीजों जीतेंद्र मांझी, शंकर मांझी व लोरिक मांझी को सदर अस्पताल से छोड़ दिया गया था। जिलाधिकारी अमित कुमार पांडेय के आदेश के बाद तीनों मरीजों को चिकित्सकों की देखरेख में उपचार के लिए वापस सदर अस्पताल बुला लिया गया है।

चली गई आंख की रोशनी

22 जनवरी को जहरीली शराब पीने के बाद दुलम रावत की आंखों की रोशनी कम होने के साथ स्थिति बिगडऩे लगी थी। इसके बाद दुलम को बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। वहीं, सुरेंद्र प्रसाद की स्थिति बिगडऩे के बाद उन्हें भी पीएमसीएच रेफर कर दिया गया था, लेकिन पटना जाने के क्रम में रास्ते में ही मौत हो गई।
जहरीली शराब से रविवार रात से सोमवार दोपहर तक बाला गांव निवासी जनक ङ्क्षबद, धुरेंद्र मांझी, राजेश प्रसाद, जितेंद्र मांझी, राजू मांझी व पड़ौली निवासी लक्षनदेव राम व गोपालगंज के बैकुंठपुर निवासी नगनारायण साह की मौत हुई थी।