-अंदर मंत्री कर रहे थे निरीक्षण, बाहर दम तोड़ रहा था पेशेंट

PATNA: जिस समय एनएमसीएच में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय निरीक्षण कर रहे थे उसी वक्त लखीसराय से आए एक कोरोना पेशेंट अंतिम सांस ले रहे थे। बेड खाली नहीं होने की बात कह भर्ती करने में देर हुई और अस्पताल की दहलीज पर एंबुलेंस में ही पेशेंट ने दम तोड़ दिया। जबकि सुपरिटेंडेंट डॉ। विनोद सिंह ने कहा कि भर्ती से पहले ही जिस पेशेंट की मौत हुई है उसकी हालत काफी गंभीर थी।

एम्स में बेड फुल

कोरोना अब खतरनाक स्तर पर आ गया है, एक-एक बेड के लिए पेशेंट वेटिंग में रह रहे हैं। पटना एम्स में बेड फुल है और एनएमसीएच में भी फुल होने की स्थिति है। पीएमसीएच में भी यही स्थिति है। महज चार से पांच दिनों में यह खतरनाक स्थिति उत्पन्न हुई है। इन दिनों अस्पतालों में कोरोना के सबसे अधिक पेशेंट ऑक्सीजन सपोर्ट वाले हैं। इसके बाद आईसीयू और वेंटिलेटर सपोर्ट वाले पेशेंट हैं।

एनएमसीएच-एम्स में बढेंगे बेड

कोरोना के लगातार नए केसेज रिपोर्ट होने के बाद से राज्य सरकार भी बेड बढ़ाने में लगी है। सिर्फ पटना जिला में ही रोज औसतन 1200 नए कोरोना केस मिल रहे हैं। जबकि बेड की संख्या सीमित है। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री एनएमसीएच के नए कोरोना हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने कहा कि बुधवार से एनएमसीएच में कोरोना पेशेंट के लिए 44 और बेड बढ़ जाएंगे। बेड की संख्या कुल 160 हो जाएगी। उन्होंने कहा कि टे¨स्टग, ट्रै¨कग और ट्रीटमेंट की व्यवस्था अस्पतालों में बढ़ायी गयी है। इसी प्रकार, पटना एम्स में भी 30 बेड बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। यहां बेड की कुल संख्या 140 हो जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी मेडिकल कॉलेजों में बेड बढ़ाने को कहा गया है। पीएमसीएच में अभी कोविड वार्ड में 100 बेड की क्षमता है।