पटना (ब्यूरो)। बिहार में स्टार्टअप के लिए सारा आकाश खुला है। राज्य सरकार नए-नए आइडिया के साथ युवाओं को उनके सपनों को साकार करने के लिए आमंत्रित कर रही है। बिहार स्टार्टअप फंड की ओर से सीड कैपिटल से लेकर हैंड होल्डिंग और वेंचर कैपिटल प्राप्त करने में सहायता सहित अनेक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। पटना विवि के कुलपति प्रो। गिरीश कुमार चौधरी की मौजूदगी में पटना साइंस कॉलेज में आयोजित बिहार स्टार्टअप आउटरीच कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने इस बारे में बताया। उन्होंने कहा कि दुनिया में कई ऐसे स्टार्टअप हैं जो कम समय में ही यूनिकॉर्न बनने में सफल रहे हैं। भारत में 40 से अधिक ऐसे स्टार्टअप हैं जो एक बिलियन डॉलर से ज्यादा का कारोबार करते हुए यूनिकॉर्न का दर्जा प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया का तीसरा सबसे बेहतरीन और विस्तृत स्टार्टअप इकोसिस्टम अपने देश का ही है।

3 फीसदी तक की सब्सिडी का प्रावधान

बिहार का इकोसिस्टम भी स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए बेहतरीन प्रयास है। सरकार की नई स्टार्टअप नीति में इस बात का ख्याल रखा गया है कि स्टार्टअप का अप्रूवल और सीडफंड तेजी से दिया जाए। पिछले सप्ताह ही 31 नए स्टार्टअप को उद्योग विभाग द्वारा 1.8 करोड़ रुपये का प्रारंभिक सीड फंड उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत एक्सीलरेशन प्रोग्राम के लिए 3 फीसदी तक की सब्सिडी का प्रावधान है। एंजेल निवेशक निवेश मिलने पर 2 फीसदी का सफलता शुल्क भी दिया जा रहा है। यदि सेबी रजिस्टर्ड एंजेल से निवेश प्राप्त होता है, तो बिहार स्टार्टअप फंड से मैचिंग लोन का प्रावधान भी किया गया है। पटना के मौर्य कम्प्लेक्स और फ्रेजर रोड स्थित बीएसएफसी बिल्डिंग में स्टार्टअप के लिए कॉमन फैसिलिटी सेंटर और को-वर्किंग स्पेस की व्यवस्था की गई है, जो 1 जनवरी 2023 से आवंटित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार स्टार्टअप नीति के तहत पोर्टल पर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करना है, जिसके लिए पोर्टल फिर 1 दिसंबर को खोल दिया जाएगा और 1 माह का समय दिया जाएगा। स्टार्टअप के संबंध में युवाओं को मार्गदर्शन और टेक्निकल सपोर्ट करने के लिए उद्योग विभाग ने जीरो लैब इनक्यूबेशन सेंटर बनाया है जो आईआईटी पटना के सहयोग से उद्योग भवन, पटना में संचालित है। कार्यक्रम में पटना विवि के कुलपति डॉ गिरीश कुमार चौधरी ने कहा कि विवि में पढऩे वाले छात्रों को नए स्टार्टअप शुरू करने के लिए आगे आना चाहिए। मौके पर पटना साइंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राज किशोर प्रसाद और असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अखिलेश कुमार गुप्ता समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन विशेष सचिव दिलीप कुमार ने किया।