निगम भी कुत्तों को लेकर असहाय

पटना नगर निगम भी उन कुत्तों को लेकर असहाय है। कई बार कुत्तों को पकडऩे और नसबंदी की प्लानिंग भी हुई लेकिन सब धरी की धरी रह गई। शहर के लोगों पर कुत्तों का खौफ है तो नगर निगम पर एनिमल एसोसिएशन का। एसोसिएशन के विरोध के कारण निगम कोई प्लान कुत्तों के खिलाफ नहीं चला पता है।

फ्लॉप हुआ टेंडर शो

निगम ने कुछ दिन पहले कुत्तों के लिए नसबंदी का प्लान बनाया। इसके लिए टेंडर भी हुआ। लेकिन बाद में यह प्लान फ्लॉप हो गया। इसके बाद कुत्ता पकड़ो इनाम पाओ प्लान चलाया गया। लेकिन इसको एनिमल एसोसिएशन की नजर लग गई। इसके बाद प्लान को रोक दिया गया। दिन भर कुत्ते कहीं भी आराम फरमाते हैं लेकिन शाम के बाद सड़क पर तरह झुंड में निकलते हैं। उसके बाद तो बाइक वालों की शामत आ जाती है। कुत्ते सीधे बाइक पर अटैक करते हैं। कई बार तो लोगों को काट भी लेते हैं तो कई बार बाइक वाले एक्सीडेंट कर जाते हैं।

निगम ने हाथ खड़े किए

निगम ने कुत्तों के मामले में हाथ खड़े कर दिया है। इस मामले में वह कुछ भी कर पाने सक्षम नहीं है। निगम के इस तरह हाथ खड़े करने से लोगों के पास इस प्रॉब्लम से जूझने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है।

लोग खुद आएं आगे

कुत्तों की प्रॉब्लम से निबटने के लिए सोशल लेवल पर वर्क होना चाहिए। यदि ऐसा हुआ तो प्रॉब्लम का आसान सॉल्यूशन मिल सकता है। लोग पेटा की अपील मान सकते हैं। सड़क के कुत्ते को एडॉप्ट कर इस मुसीबत से बचा जा सकता है। साथ ही एनजीओ के माध्यम से कुत्तों के लिए नसबंदी प्रोग्राम भी चलाया जा सकता है।

इन एरियाज में कुत्तों का खौफ

बोरिंग केनाल रोड

छज्जू बाग

श्री कृष्णानगर

इनकम टैक्स गोलंबर

कदमकुंआ

कंकड़बाग

पोस्टल पार्क

शिवपुरी

बीएसईबी कॉलोनी

सालिमपुर अहरा

पाटलिपुत्रा

(इसके अलावा भी शहर के दर्जनों एरिया में कुत्तों का खौफ है.)

सोशल लेवल पर कुत्तों के लिए वर्क होना चाहिए। निगम के पास फिलहाल कुत्तों के लिए कोई प्लानिंग नहीं है। एनिमल एसोसिएशन भी कुत्तों को लेकर हंगामा करते हैं।

अफजल इमाम, मेयर, पीएमसी.