-नर्सो की आंदोलन का हुआ 45 दिन, अब बैठेंगी आमरण अनशन पर

-नर्सो ने कहा-सीएम के आदेशों की हो रही है अनदेखी

PATNA: तारीख पर तारीख, पर होता कुछ भी नहीं है। यही कड़वी हकीकत बन गयी है बिहार में कान्ट्रैक्ट पर कार्यरत नर्सो के बारे में। इसी बात से आहत इन नर्से ब्ब् दिन तक की स्ट्राइक के बाद अब अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रही हैं। शनिवार को नियुक्ति पत्र पाने की आस के साथ ये नर्से बिहार कांट्रैक्ट ग्रेड ए नर्सेस एसोसिएशन के बैनर तले अपनी मांग को लेकर पीएमसीएच कैंपस में डटी हैं। इससे पहले ख्फ् दिसंबर, ख्0क्ब् को सीएम जीतन राम मांझी के आवास पर एसोसिएशन की महासचिव प्रमिला कुमारी पांच सदस्यीय टीम के साथ पहुंची थीं। सीएम ने मीटिंग में मौजूद प्रधान सचिव ब्रजेश मल्होत्रा एवं सचिव आनंद किशोर को निर्देश दिया था कि ग्रेड ए कांट्रैक्ट नर्सो बिना किसी इंटरव्यू के सिर्फ अनुभव के आधार पर नियुक्ति की जाएगी, लेकिन जो स्थिति है वह बेनतीजा है।

फ्8फ् नर्सो का मामला फंसा है

फिलहाल फ्8फ् नर्सो की नियुक्ति का मामला अब तक फंसा बिहार कर्मचारी आयोग के पास फंसा है। ये वे कांट्रेक्ट नर्से हैं, जिन्हें आयोग ने फेल घोषित किया है। इसमें पीएमसीएच से फ्म्, आईजीआईएमएस से ख्ख् और एनएमसीएच से क्क् नर्से सहित अन्य कई शामिल हैं। जानकारी हो कि यह मामला जीएनएम नर्सो का है। उधर, आयोग के एक सदस्य ने बडे़ उत्साह के साथ कहा कि आयोग कई कैंडिडेंट्स की नियुक्ति कर रहा है।

अभी एएनएम के काम में व्यस्त

आयोग के एक सदस्य ने अपना नाम नहीं बताया, पर बताया कि आयोग फिलहाल एएनएम की नियुक्ति प्रक्रिया में लगा हुआ है। इनकी कुल चार हजार सीटें हैं। इसमें अब तक कुल क्7 हजार अप्लीकेंट ने अप्लाई किया है। फॉर्मो की जांच की जा रही है, लेकिन जब पूछा गया कि जीएनएम का क्या होगा तो कहा कि रिजल्ट तो आ चुका है अब क्या होगा।

सीएम के आदेशों की अनदेखी

सीएम के आदेशों की अनदेखी की जा रही है। ब्यूरोक्रेट नहीं सुन रहे हैं। आखिर कैसे इस मामले का हल निकलेगा, यह कोई नहीं बता रहा। ख्फ् दिसंबर को जब हमलोग सीएम से मिलने के लिए गए थे, तो उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी को निर्देश दिया था कि दो दिनों में इसका हल निकाला जाए, लेकिन आदेश हवा-हवाई हो गई। यह कहना है बिहार कांट्रैक्ट ग्रेड ए नर्सेस एसोसिएशन की महासचिव प्रमिला कुमारी ने कहीं। जानकारी हो कि एक तरफ बिहार के मेडिकल कॉलेजों और हॉस्पीटलों में नर्सो की भारी कमी है और दूसरी ओर एक्सपीरिएंस्ड नर्सो को बहाली नहीं दी जा रही है।

कहां कितनी नर्सो का मामला अटका

पीएमसीएच- फ्म् नर्से

आईजीआईएमएस-ख्ख् नर्से

एनएमसीएच- क्क् नर्से

इसके अलावा स्टेट में अन्य जगह दर्जनों नर्सो को फेल घोषित किया गया है।