पटना(ब्यूरो)। बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जितना प्रचार किया गया, उतना भक्तों के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं था। और न तो कार्यक्रम स्थल पर और न ही वहां तक सुगम तरीके से पहुंचने के लिए वाहन, साधन आदि की व्यवस्था थी। सुबह करीब सात बजे से ही पटना जंक्शन, आर ब्लॉक, अनीसाबाद गोलंबर से लेकर भुसौला गांव तक बसों, ऑटो और रिजर्व बसों में ठूंसकर लोग पहुंचे। सवाल भक्ति का था तो कैसे भी पहुंचने की भक्तों ने ठान ली थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने रेलवे स्टेशन, आर ब्लॉक और अनीसाबाद गोलंबर के पास की स्थिति का जायजा लिया।

60 रुपये- 60 रुपये, जल्दी आओ
60 रुपये- 60 रुपये, जल्दी आओ - का शोर रविवार की सुबह से ही ऑटो वाले लगाए हुए थे। स्टेशन से नौबतपुर के लिए हर पांच मिनट पर ऑटो ढूंसकर भक्तों को लेकर जा रहे थे। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने बातचीत की तो भक्तों ने कहा, चाहे जैसे भी हमें तो बाबा का दर्शन करना ही है। कई लोगों ने बताया कि वे अपने बच्चों को लेकर जा रहे है और उम्मीद है कि उनकी पर्ची निकल आए तो भाग्य का भी पता चल जाए। जहां आम दिनों में जो ऑटो फुलवारी शरीफ टमटम पड़ाव और एम्स तक ही ऑटो वाले जाते थे वे इन दिनों नौबतपुर के लिए सीधे लोगों को भर-भर कर पहुंच रहे थे। पटना जंक्शन, आर ब्लॉक और अनीसाबाद समेत अन्य जगहों पर बसों में भी भरकर पहुंच रहे थे।

बसों में चढऩे को लगी कतार
भले ही कार्यक्रम स्थल पर भक्तों के लिए मौलिक इंतजाम की कमी रही, लेकिन भक्तों का जोश हाई था और जिसे मौके पर जो भी वाहन मिला, वे चल पड़े। कई जत्थों ने तो जय श्रीराम के नारे के साथ सभी भक्तों में जोश भर दिया। जहां सरकारी बस की 222 नंबर की बस से लोग एम्स तक पहुंच रहे थे। वहीं, सिटी राइड, प्राइवेट बस आदि से भी पहुंच रहे थे। जिन्हें बस सीट पर जगह नहीं मिली, वे बस की छत पर बैठकर भी पहुंचे। सिर्फ नहीं, आर ब्लॉक के पास भक्तों की भीड़ इस कदर थी कि बसों में चढऩे के लिए कतार लगी थी।

दिव्य दरबार की रही आस
स्टेशन और आर ब्लॉक पर गुलजारबाग से आ रहे आनंद शर्मा, गोलू कुमार, मन्टू यादव और विवेक मोहित ने बताया कि सोमवार को दिव्य दरबार मे उपस्थित होने के लिए वे तरेत पाली मठ जा रहे हैं। इन सभी ने बताया कि उन्होंने एक ऑटो रिर्जव कर लिया है और जाम होने की संभावना को देखते हुए सुबह सात बजे ही घर से निकल पड़े थे। सभी को दिव्य दरबार में पहुंचने का जोश था।

रोकनी पड़ी हनुमंत कथा
जहां हनुमंत कथा रविवार की रात आठ बजे तक आयोजित होता, वह सात बजने से पहले ही रोक दिया गया। भक्तों को बैठने के लिए बने विशाल टेंट में करीब नौ लाख लोग पहुंचे थे और इसके अलावा अन्य लोग भी टेंट के बाहर खड़े थे। इनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल रहे। भीड़ अनियंत्रित होता देख आयोजन समिति ने बीच में ही हुनमंत कथा को रोकने का निर्णय लिया। साथ ही मंच से बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने भी अधिक संख्या में नहीं आने का अनुरोध किया।

भीषण गर्मी ने किया बेहाल
बागेश्वर धाम के दूसरे दिन की कथा में भीषण गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया। 100 से अधिक लोगों की तबीयत कार्यक्रम स्थल पर ही बिगड़ गई। भीषण गर्मी से बचने के लिए मौके पर पर्याप्त इंतजाम भी नहीं थे। इसे देखते हुए अब दिव्य दरबार के आयोजन पर भी संशय उत्पन्न हो सकता है। रविवार को भारी भीड़ और नाकाफी इंतजाम के बीच दिव्य दरबार में स्थिति और भी बदतर हो सकता है। हालांकि दिव्य दरबार का आयेाजन होगा या नहीं, इसकी औपचारिक सूचना अभी नहीं दी गई है।

रोहिणी आचार्य ने की आलोचना
लालू की बेटी रोहिणी आचार्या ने बागेश्वर धाम वाले बाबा को लेकर पहले तो विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अर्जी लगाई। लेकिन अगले ही ट्वीट में उनकी जमकर आलोचना की। पहले उन्होंने लिखा- ' विशेष राज्य के लिए विशेष दर्जे की मांग हमारी करना पूर्ति है। इसके बाद अगले ही ट्वीट में उन्होंने बीजेपी के नेताओं के द्वारा आरती करते हुए तस्वीर को साझा कर उनपर जमकर निशाना साधा।