पटना(ब्यूरो)। अखंड सुहाग की कामना को लेकर ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या तिथि पर शुक्रवार को सुहागिनों ने वट सावित्री की पूजा की। वट सावित्री पर भरणी नक्षत्र व शोभन योग के साथ गजकेसरी का योग बना रहा। सुबह से शाम तक शहर में जगह-जगह वट वृक्ष के नीचे सुहागिनों का जमावड़ा लगा रहा। महिलाएं पूजा-अर्चना करती नजर आईं। गंगा घाटों व मंदिरों में श्रद्धालुओं की खूब भीड उमड़ी। वट सावित्री पर शनि जयंती का सुयोग होने से शनि मंदिरों में भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। व्रतियों ने बरगद के पेड़ की पूजा के बाद परिक्रमा कर अखंड सौभाग्य की कामना की। कच्चे धागे बांधकर प्रार्थना की।

पूजा के लिए लगी रही भीड़
सुहागिन महिलाओं ने सोलह शृंगार कर पूजा-अर्चना के बाद एक दूसरे को मंगल टीका लगा व्रत पूर्ण किया। पूजन के बाद पति को पंखा झल कर उनका आशीष भी लिया। स्कंद पुराण के अनुसार वट सावित्री का व्रत श्रद्धा, भक्ति व निष्ठा के साथ करने से अखंड सुहाग, पति की दीर्घायु, वंश वृद्धि, दांपत्य जीवन में सुख-शांति तथा वैवाहिक जीवन में आने वाले कष्ट दूर होते हैं। शहर के राजापुर पुल, दुजरा, बोङ्क्षरग रोड चौराहा, कदमकुआं समेत अन्य जगहों पर व्रतियों की भीड़ पूजा अर्चना के लिए उमड़ी। शनिवार को स्नान पूजा करने के बाद व्रत का पारण होगा।